मूंग बीज पर सब्सिडी एवं खेती पर अनुदान
सरकार द्वारा दलहन एवं तिलहन फसलों को बढ़ावा दिया जा रहा है | किसानों को इन फसलों को लगाने के सरकार प्रोत्साहन देने के लिए न केवल बीज पर सब्सिडी दे रही रही वहीँ दालों की खेती के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है | हरियाणा सरकार ने इस वर्ष मूंग के बीज पर सब्सिडी एवं खेती करने वाले किसानों को 4 हजार रुपये तक का अनुदान देने का फैसला लिया है |
मूंग के बीज पर किसानों को दी जा रही है 90 प्रतिशत सब्सिडी
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती है कि हर खेत की जानकारी सरकार के पास हो ताकि किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार योजनाओं का लाभ दिया जा सके। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि अभी भी मूंग की बिजाई का समय है। किसान मूंग की बिजाई करें। सरकार इस वर्ष मूंग के बीज पर प्रदेश सरकार 90 फीसदी सब्सिडी दे रही है।
खेती पर दिया जायेगा 4,000 रुपये का अनुदान
कृषि मंत्री ने कहा कि ‘‘मेरा पानी मेरी विरासत‘‘ योजना में इस वर्ष दो लाख एकड़ भूमि पर फसल विविधिकरण का लक्ष्य रखा गया था जोकि अब तक लगभग 90 हजार एकड़ तक पहुंच गया है। इसको और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान कृषि के लिए नई-नई तकनीके अपना कर व फसलों का विविधिकरण कर पानी की बचत करके कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं ।
श्री दलाल ने बताया कि किसानों ने इस बार धान की डी.आर.एस विधि से भी सीधी बिजाई की। जिससे 30 से 32 प्रतिशत पानी की बचत होती है। धरती की उपजाऊ शक्ति बढऩे और दालों को बढ़ावा देने के लिए मूंग, दालों और दलहन की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि मूंग, उड़द व अरहर उगाने पर 4 हजार रूपए प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। जिस किसान ने पिछली बार बाजरे की बिजाई की थी वहां पर इस बार मूंग की खेती करता है तो उसे प्रति एकड़ 4 हजार रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अकेले जिला महेंद्रगढ़ में अब तक उपलब्ध 700 क्विंटल मूंग के बीज में से 640 क्विंटल बीज किसान खरीद चुके हैं। मूंग से जमीन की उर्वरा शक्ति भी बढती है।