पशुपालकों को दिये गए गोपाल पुरस्कार योजना के पुरस्कार
सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन को बढ़ावा दिया जा रहा है इसके तहत सरकार पशुपालक एवं किसानों के लिए बहुत सी योजनायें चला रही है, उसमें से एक है गोपाल प्रतियोगिता | दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। विकास खण्ड स्तर पर यह प्रतियोगिता 13 से 15 नवंबर तथा जिला स्तर पर 28 से 30 नवंबर तक आयोजित की जा रही है।
इन पशुपालकों को उर्जा मंत्री ने दिया पुरुस्कार
ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने खिलचीपुर ब्लॉक में गोपाल पुरस्कार योजना के ब्लॉक स्तरीय विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये। शासन द्वारा किसानों को उन्नत नस्ल के पशु मुख्यत: गाय, भैंस पालन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह योजना संचालित की जा रही है। इसमें विकासखण्ड स्तर पर प्रथम पुरस्कार 10 हजार, द्वितीय 7 हजार और तृतीय पुरस्कार के रूप में 5 हजार रुपये दिये जाते हैं। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने गोपाल पुरस्कार योजना में शासन की ओर से दिये जाने वाले पुरस्कारों के अलावा विजेता किसानों को प्रोत्साहित करने के उदद्देश्य से पृथक से प्रथम पुरस्कार के रूप में 5 हजार, द्वितीय पुरस्कार 3 हजार और तृतीय पुरस्कार के रूप में एक हजार रूपये प्रदाय किये।
क्या है गोपाल पुरुस्कार योजना
स प्रतियोगिता में भारतीय नसल की ऐसी गाय जिनका दुग्ध उत्पादन 4 लीटर अथवा इससे अधिक हो एवं भैंस वंश के दधारू पशु जिनका उत्पादन कम से कम 6 लीटर हो, भाग ले सकेंगे । विभाग इस योजना में गौ वंशीय/ भैंस वंशीय दुधारू पशु के लिए विकास खंड/जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर अलग अलग पुरूस्कार प्रदान किये जायेंगे। विजेता का चयन तीन समय के दुग्ध उत्पादन के औसत पर आधारित होगा ।
कितना ईनाम दिया जायेगा
विकासखण्ड स्तर पर
गौवंश एवं भैंस वंश के विजेताओं को पृथक पृथक प्रथम पुरस्कार के रूप में दस-दस हजार, द्वितिय पुरस्कार के रूप में 7500-7500 एवं त़तीय पुरूस्कार के रूप में 5000-5000 रूपये प्रदान किये जायेंगे।
जिला स्तर पर
प्रथम पुरूस्कार के रूप में 50-50 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 25-25 हजार रूपये एवं ततीय पुरसकार के रूप में 15-15 हजार रूपये तथा सॉत्वना पुरूस्कार के रूप में 5-5 हजार रूपये के कुल सात विजेताओं को पुरूस्कार प्रदान किये जायेंगे।
राज्य स्तर पर
गौवंश एवं भैंस वंश के विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में दो-दो लाख रूपये, द्वितीय पुरूस्कार के रूप में एक-एक लाख रूपये, त़तीय पुरस्कार के रूप में 50-50 हजार रूपये तथा सांत्वना पुरस्कार के रूप में दस-दस हजार के सात विजेताओं को पुरूस्क़त किया जायेगा।