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शुक्रवार, अप्रैल 19, 2024
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खुरपा एवं मुंहपका रोगों से बचाने के लिए करवाएं पशुओं का नि:शुल्क टीकाकरण

पशु टीकाकरण कार्यक्रम

दुधारू पशुओं में होने वाले दो रोग बहुत ही खतरनाक होते हैं, यह सभी रोग देश के सभी राज्यों के पशुओं में होता है | यह रोग है खुरपा, मुंहपका जो दूध देने वाली गाय तथा भैंसों में होता है | इस रोग को देश से खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री ने 11 सितम्बर 2019 को खुरपा, मुंहपका नियंत्रण के लिए एक योजना की शुरुआत की है | जिसके तहत देश के सभी राज्यों में टीकाकरण प्रोग्राम चलाये जा रहे हैं | अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने खुरपा तथा मुंहपका रोग की नियंत्रण के लिए टीकाकरण शुरू करने वाली है | यह टीकाकरण विल्कुल निशुल्क है तथा जिस पशु को पहले से टीकाकरण हो चूका है उसपशु का भी टीकाकरण किया जायेगा | किसान समाधान इस टीकाकरण की पूरी जानकारी लेकर आया है |

टिकाकरण कब से कब तक है ?

छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ. ए. के मरकाम ने बताया कि जिले में पशुओं को खुरपका, मुंहपका, खुरहा रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण का अभियान 10 फरवरी से प्रारंभ होगा और यह अभियान 10 मार्च तक चलेगा |

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टीकाकरण नि:शुल्क है

उपर दिए हुए तीनों रोगों के लिए जिले के पशुओं को दिए जानेवाले टीकाकरण बिलकुल मुफ्त (फ्री) है | जिले के सभी पशुओं को एफएमडी का टीकाकरण दिया जायेगा | पशुपालन विभाग के द्वारा हर 6 माह में गाय भैंसों का नि:शुल्क एफएमडी का टीकाकरण किया जाता है |

मुंहपका रोग का लक्षण

मुंहपका रोग एक संक्रमक रोग है तथा यह विषाणु के द्वारा फैलता है | इस रोग का लक्षण यह है कि ग्रसित पशुओं के मुंह के अंदर जीभ में छले हो जाते हैं, लार बहने लगती है और दर्द के कारन पशु चारा, भूसा नहीं खा पाते |

खुरपा रोग का लक्षण

खुरपा रोग ग्रसित पशुओं के खुरों के बीच में छले हो जाते हैं | जिसकी वजह से पशु ठिक से चलने में असमर्थ हो जाते हैं | तेज बुखार और दर्द की वजह से पशुओं की कार्य क्षमता प्रभावित हो जाती है | साथ ही पशुओं का दुग्ध उत्पादन प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होता है | रोग होने के बाद उपचार करने पर पशु के स्वस्थ होने में बहुत समय लगता है तथा उपचार नहीं होने की स्थिति में पशु की मृत्यु भी हो जाती है |

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