सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ किसानों को पारदर्शिता से दिया जा सके इसके लिए सरकार द्वारा अब फसलों की ऑनलाइन गिरदावरी की जा रही है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार द्वारा पूरे राज्य में 1 अगस्त से ऑनलाइन गिरदावरी का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए 31 जुलाई के दिन ऑनलाइन गिरदावरी के लिए तैयार “मोबाइल गिरदावरी ऐप” की लाइव टेस्टिंग की गई। इसी क्रम में राजस्व मंडल निबंधक महावीर प्रसाद सहित अतिरिक्त निबंधक तहसीलदार अजमेर की मौजूदगी में किसानों के बीच जाकर ऑनलाइन गिरदावरी का फील्ड निरीक्षण किया।
मंडल निबंधक महावीर प्रसाद की उपस्थिति में गुरुवार 31 जुलाई के दिन अजमेर तहसील के बोराज गिरदावर सर्कल के कायमपुरा ग्राम स्थित किसान अर्जुन सिंह के खेत पर लाइव टेस्टिंग की गई जिसमें खसरा क्रमांक 2828 की ऑनलाइन गिरदावरी का पटवारी स्तर से सफल परीक्षण हुआ।
किसान स्वयं कर सकेंगे गिरदावरी का काम
राजस्थान में 1 अगस्त से पटवारी एवं स्वयं किसान के स्तर से भी ऑनलाइन मोबाइल एप के जरिये गिरदावरी की सुविधा शुरू हो जाएगी। किसान द्वारा स्वयं गिरदावरी किए जाने से पूर्ण जानकारी उनकी देखरेख में पारदर्शिता से दर्ज हो जाएगी और उन्हें ऐप से जमाबंदी की प्रति डाउनलोड की भी सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए राजस्व मंडल की वेबसाइट, अपना खाता पोर्टल, एसएसओ आईडी पोर्टल आदि राजकीय वेबसाइट पर भी राज किसान गिरदावरी मोबाइल एप डाउनलोड करने की सुविधा दी गई है। कृषि विभाग द्वारा भी अधिक से अधिक किसानों द्वारा मोबाइल एप डाउनलोड करने व स्वयं गिरदावरी करने हेतु किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
ऑनलाइन होगी फसलों की गिरदावरी
राज्य में अब webgirdawari.rajasthan.gov.in एवं “राज किसान गिरदावरी एप” पर ऑनलाइन गिरदावरी का काम किया जाएगा। किसान स्वयं अपने मोबाइल पर राज किसान गिरदावरी एप डाउनलोड कर पंजीकरण करते हुए अपने खेत-खसरे की स्वयं गिरदावरी कर सकते हैं। ऑनलाइन गिरदावरी के लिए सभी राजस्व अधिकारियों के माध्यम से पटवारी स्तर तक को जन जागरूकता लाने की निर्देश दिए गए हैं। उन्हें एप के लाभ एवं उसके उपयोग के संबंध में तकनीकी एवं व्यावहारिक पहलुओं से भी किसानों को अवगत कराने को कहा गया है। ऑनलाइन गिरदावरी कार्य के लिये सरकारी स्तर से पटवारी व सर्वेयर को दायित्व दिया गया है। खरीफ गिरदावरी के लगभग 70 लाख खसरों की किसान गिरदावरी का लक्ष्य रखा गया है।


