खाद सम्बंधित शिकायतों के लिए सहायता नम्बर
देश के विभिन्न राज्यों में उर्वरकों की काफी कमी देखी जा रही है | जिसके कारण किसानों काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है | उर्वरक की कमी के कारण रबी फसल की बुवाई में देरी हो रही है | ऐसे में उर्वरकों की कालाबाजारी कर किसानों को अधिक दामों पर उर्वरक बेचा जा रहा है |
इस पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राज्य में उपलब्ध उर्वरक तथा किसानों के बीच इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा बैठक की है | किसानों को समय से उर्वरक मिल सके तथा उर्वरक की उपलब्धता को लेकर निर्देश भी जारी किया है | किसानों की उर्वरक से सम्बन्धित समस्याओं को सुनने और उनके निस्तारण के लिये सहकारी क्षेत्र में कृषि निदेशालय के साथ प्रत्येक जनपद में एक-एक कन्ट्रोल-रूम स्थापित कर उनके दूरभाष जारी करने के आदेश दिए हैं |
प्रदेश में उर्वरक की उपलब्धता कितनी है ?
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने डी.ए.पी., एन.पी.के. एवं एस.एस.पी. की आपूर्ति तथा उपलब्धता की जानकारी जारी की है | उन्होंने कहा है कि अक्टूबर 2020 में 4.02 लाख मी.टन के सापेक्ष अक्टूबर 2021 में 4.10 लाख मी. टन डी.ए.पी. की बिक्री हुई है | इसी प्रकार नवम्बर 2020 में 6.06 लाख मी. टन की बिक्री के सापेक्ष माह नवम्बर में दिनांक 15/11/2021 तक 2.84 लाख मी. टन की बिक्री हो चुकी है | प्रदेश में 15 नवम्बर 2021 तक 3.79 लाख मी. टन फास्फेट उर्वरक (डी.ए.पी. + एन.पी.के.) तथा 63 हजार मी.टन सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक उपलब्ध है |
सहकारी समितियों में उपलब्ध खाद
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री समीक्षा बैठक के बाद बताया कि प्रदेश के सहकारी समितियों में 89 हजार मी. टन डी.ए.पी. स्टाक उपलब्ध है | माह नवम्बर में 01 से 15 नवम्बर 2021 के मध्य 131 फास्फेट उर्वरकों की रैक्स डिस्पेच हुई | जिनमें से 71 रैक्स जनपदों में पहुँच चुकी है तथा 60 रैक्स आगामी 02 दिन में जिलों को उपलब्ध करा दी जाएगी | इसके अलावा केंद्र सरकार के द्वारा 30 नवम्बर 2021 तक 3.00 लाख मी.टन फास्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति प्रदेश हेतु की जाएगी |
किसान खाद सम्बंधित शिकायतों के लिए यहाँ सम्पर्क करें
राज्य के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने निर्देश दिये हैं कि किसानों की उर्वरक से सम्बन्धित समस्याओं को सुनने और उनके निस्तारण के लिए सहकारी क्षेत्र में पी.सी.एफ. तथा कृषि निदेशालय के साथ प्रत्येक जनपद में एक–एक कंट्रोल–रूम स्थापित कर उनके दूरभाष नम्बर दैनिक समाचार–पत्रों में प्रकाशित कराये जायें | कृषि निदेशालय संख्या – 0522–2204531 एवं 7839883070 है | इसके अलावा समस्त उर्वरक बिक्री केन्द्रों में नोटिस बोर्ड लगाया जायेगा | जिसमें उर्वरकों की उपलब्धता स्टाक की मात्रा एवं विक्रय मूल्य/दर का स्पष्ट उल्लेख किया जाएगा |
ये नंबर नहीं लगते साहब जी
बहुत समस्या है खाद की , डीएम साहब को भी शिकायत किया फिर खाद नहीं मिल रही
सभी खेत खराब हो रहे है बिना खाद के साहब जी 🙏🙏
सर कृषि जिला कृषि विभाग में या अपने यहाँ के जनप्रतिनिधि से शिकायत करें।
Hamare yahan clan block 12 Kala mein godam sachiv jyada khad per paise leta hai aur kisanon Ko galiyan deta hai chhote kisanon ko khad nahin deta hai aur koi Kisan Chhota jaaye to use bhaga deta hai khad ko block karta hai
सभी किसान मिलकर अपने ज़िले के कृषि कार्यालय में शिकायत करें
D.A.P khad aur Uriya khad ki bahut dikkat ho rahi hai.
सर दिए गए नम्बर पर कॉल करें या अपने यहाँ के कृषि विभाग के अधिकारीयों से शिकायत करें |
D.a.p ki khad ki ek uriya khad ki presniya aa rahi hai our
अपने ब्लॉक या जिले के कृषि विभाग में सूचना दें |
Good
Tanks
Urea ki kamee h sir
सर दिए गए नम्बरों पर या अपने जनपद के कृषि अधिकारीयों से शिकायत करें |
CM sir
Mere distric me DAP khad ki kilta h
Or black DAP kiya ja rha h
सर बिहार में कृषि निदेशालय के दूरभाष सं. 0612–2233555 पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कॉल करें |
Bihar. M. N.
सर बिहार में कृषि निदेशालय के दूरभाष सं. 0612–2233555 पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कॉल करें |
Fasal muabja
सर उत्तर परदेश में किसानों को दिया जा रहा है आप अपने यहाँ के कृषि अधिकारीयों से या लेखपाल से सम्पर्क करें |
Mosam ki jankari de
किस जिले से हैं सर ? https://kisansamadhan.com/weather-information-for-farmers/ दी गई लिंक पर विडियो देखें |
DAP ka problam chal rha h khi mil rha h 1500 ka 50 kg
सर बिहार में कृषि निदेशालय के दूरभाष सं. 0612–2233555 पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कॉल करें |
DAP KI PURTI NHI HO PA RAHI SIR
सर दिए गए नम्बर पर या अपने यहाँ के कृषि विभाग के अधिकारीयों से सभी किसान मिलकर शिकायत करें |
Agriculture bhibhg
सर दिए गए नम्बर पर या अपने यहाँ के कृषि विभाग के अधिकारीयों से सभी किसान मिलकर शिकायत करें |