50 प्रतिशत की सब्सिडी पर पान की खेती करें
किसानों के लिए पान की खेती दुसरे नगदी फसल की तरह ही है और उतनी ही महत्वपूर्ण है | पान की खेती उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर किया जाता है | जिसकी सप्लाई देश के दुसरे क्षेत्रों में किया जाता है | पान की प्रथम वर्ष में रोपित पान बरेजे से उत्पादन तीन वर्षों तक मिलता है | इससे कृषक को 1.20 लाख रूपये से 1.50 लाख रूपये तक का लाभ प्राप्त हो जाता है |
प्रदेश सरकार द्वारा पान की खेती को प्रोत्साहन देने एवं पान कृषकों को नवीनतम तकनीकी की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से महोबा में पान प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र स्थापित है, जहाँ पर पान की खेती पर संस्तुतियों का स्थानीय जलवायु में प्रभाव का अध्ययन एवं पान उत्पादकों को वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाता है | राज्य सरकार ने पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत किसानों को सब्सिडी देने जा रही है | यह सब्सिडी कुछ किसान संगठनों के मांगो को ध्यान में रखते हुये लिए गया है |
किसनों को क्या लाभ होगा ?
उत्तर प्रदेश के 21 जनपदों में पान की खेती की जाती है | इसलिए राज्य सरकार ने 21 जनपदों के किसानों को 500 वर्गमीटर में पान बरेजा निर्माण की इकाई लागत 50,453 रु. के 50 प्रतिशत 25,226.50 रूपये का अनुदान देय है |
इस योजना के अंतर्गत कौन – कौन से जिले आते हैं ?
भारत में लगभग 30 से 40 हजार हैक्टेयर में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा रही है | पान की खेती उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से 21 जनपदों – महोबा, ललितपुर, बाँदा, कानपूर नगर, जौनपुर, प्रतापगढ़, सीतापुर, हरदोई, सुल्तानपुर, रायबरेली, उन्नाव, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, देवरिया, सोनभद्र, बलिया, वाराणसी, इलाहाबाद, गाजीपुर, एवं गोरखपुर जनपदों में किया जाता है तथा एन्स्भी जनपदों को इस योजना से लाभ मिलेगा |
सब्सिडी प्राप्त करने के लिए क्या करना पड़ेगा ?
अनुदान (सब्सिडी) की धान राशी प्राप्त करने के लिए कृषि विभाग की वेबसाईट –पर पंजीकृत करें | पंजीकरण के उपरान्त लाभार्थी कृषकों के खाते में सीधे दिया जायेगा |