देश को तेल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा तिलहन फसलों के साथ ही पाम की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। पाम ऑयल यानी पाम तेल की खेती किसानों के लिए वरदान बनती जा रही है। किसान पाम आयल की खेती से कम मेहनत और कम खर्च में ज्यादा कमाई कर सकते हैं। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के ग्राम रेड्डी में 9 जून से ऑयल पाम के पौधरोपण का काम शुरू किया गया है। जिसमें प्रियूनिक एशिया प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के डायरेक्टर डॉ. प्रसाद राव पासम, उद्यान विभाग के सहायक संचालक राम चंद्र राव और स्थानीय किसान मौजूद रहे।
इस अवसर पर ग्राम रेड्डी के किसान तनैया मरकाम और किसान संजय हेमला के खेत में कुल 286 ऑयल पाम पौधे लगाए गए। पौधारोपण का यह कार्य भारत सरकार की नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पाम योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।
सालाना होगी 3 से 4 लाख रुपए की कमाई
नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पाम योजना के तहत किसानों को सिर्फ पौधे ही नहीं, बल्कि उनके रखरखाव, बीच में दूसरी फसल लेने, बोरवेल और बिजली पंप जैसी सुविधाओं के लिए भी सरकारी अनुदान दिया जाता है। खास बात यह है कि ऑयल पाम से प्रति हेक्टेयर 3 से 4 लाख रुपए तक की सालाना आय प्राप्त की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के अलग-अलग गांवों में जाकर इस योजना की जानकारी दी जा रही है। अधिक जानकारी के लिए जिले के इच्छुक किसान अपने नजदीकी उद्यान रोपणी कार्यालय जैसे बैदरगुड़ा, पामलवाया (बीजापुर), गौराबेड़ा (भैरमगढ़), उसूर और पेगड़ापल्ली (भोपालपट्टनम) में संपर्क कर सकते हैं।