फसल बीमा योजना की राशि
प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ , सुखा, ओला आदि से किसनों को प्रति वर्ष लाखों हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो जाती है जिससे किसानों की आर्थिक हालत खराब हो रही है | इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुये केंद्र सरकार ने वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेकर आयी थी | इसके तहत बाढ़, सुखा, तथा ओला एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सके | यह योजना देश में एक सामान रूप से लागु की गई है | परन्तु यह देखने के अक्सर मिलता है की बहुत से किसान जिन्होंने बीमा करवाया है परन्तु अभी तक उन्हें फसल नुकसान का क्लेम नहीं मिलता है | जिसको लेकर समय समय पर देश के किसान इस योजना के विरुद्ध आवाज उठाते रहे हैं | ताजा मामला राजस्थान का आया है जहाँ पर प्रदेश के किसानों को फसल नुकसानी का दावा राशि नहीं दी गई है |
किसानों को क्यों नहीं दी गई फसल बीमा राशि
राजस्थान में अभी विधानसभा सत्र चल रहा है | इस सत्र में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रदेश के कृषि मंत्री ने यह जवाब दिया है की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का केंद्र सरकार का हिस्सा अभी तक नहीं मिला है | जिसके कारण प्रदेश के किसानों के द्वारा फसल नुकसानी का दावा राशि नहीं दिया जा सका है | कृषि मंत्री ने यह भी बताया की केंद्र सरकार के पास 1050 करोड़ रुपये की राशि बकाया है जो अभी तक नहीं मिला है |सरकार ने यह दावा किया है की जैसे ही केंद्र सरकार का हिस्सा राज्य सरकार को मिल जायेगा उसके बाद 21 दिन के अंदर दावा राशि किसानों को दे दी जाएगी |
वर्ष 2018 में रबी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करते हुये केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने बताया था की अगर केंद्र तथा राज्य सरकार ने अपना हिस्सा देने में देर करती है तो उसे 14 प्रतिशत के ब्याज के साथ देना होगा | लेकिन वर्ष 2018 – 19 का केंद्रीय हिस्सा अभी तक नहीं मिला है तो सरकार को चाहिए की 14 प्रतिशत का ब्याज जोड़कर किसानों को उपलब्ध कराये |
राज्य कृषि मंत्री ने यह भी बताया है की 463 करोड़ रूपये का बीमा राशि किसानों को खाते में डाली जा चूकी है | जिसमें पाली जिले में 2051 किसानों को 75.03 लाख रुपया किसानों को जारी किया जा चूका है |