गन्ना उत्पादक किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इस कड़ी में गन्ना की खेती में आधुनिक तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार राज्य के किसानों को अनुदान देने जा रही है। जिससे अब बिहार के किसान भी महाराष्ट्र की तरह गन्ने की उन्नत खेती कर सकेंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने पहली बार गन्ना यंत्रीकरण योजना शुरू की है।
इसके लिए बिहार के गन्ना उद्योग विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। बिहार में गन्ना किसान अब तक परम्परागत तरीक़े से खेती करते हैं। यंत्रीकरण योजना से खेती में कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ेगा जिससे गन्ना उत्पादन में वृद्धि के साथ ही किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। इसका फायदा किसानों के साथ-साथ चीनी और इथेनॉल उत्पादन में भी होगा।
गन्ना की खेती के लिए कृषि यंत्रों पर कितना अनुदान मिलेगा?
बिहार सरकार राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना यंत्रीकरण योजना के तहत कृषि यंत्रों की खरीद पर 50 से 60 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। वही किसान समूह को 70 फीसदी या अधिकतम 90 लाख तक अनुदान मिलेगा। योजना के तहत किसानों को बीज उपचार, उसे लगाने से लेकर खरपतवार नियंत्रण में इससे मदद मिलेगी। इसके अलावा खेतों को तैयार करने गन्ना कटाई से लेकर गन्ना जूस निकालने वाले यंत्र पर भी अनुदान दिया जाएगा। यानी बोने से काटने तक में यंत्र का उपयोग किया जाएगा।
व्यक्तिगत किसानों को यंत्र पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। एससी और एसटी वर्ग के आवेदकों को यंत्रों के मूल्य का 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। किसान समूह के वर्ग ए को 70 प्रतिशत या अधिकतम 8,08,500 रुपये का अनुदान मिलेगा। किसान समूह वर्ग बी को अधिकतम 23.489 लाख और वर्ग सी को अधिकतम 90.68 लाख का अनुदान मिलेगा। गन्ना कृषि यंत्र महँगे होते हैं जिसमें शुगरकेन हार्वेस्टर की कीमत 96 लाख रुपये है। इसलिए किसान समूह और चीनी मिलों को भी यंत्र बैंक स्थापित करने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
पैक्स और जीविका समूहों को भी मिलेगा फायदा
व्यक्तिगत किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे, एक किसान तीन यंत्र पर अनुदान ले सकते हैं। किसान समूह, पैक्स, जीविका समूह, आत्मा से पंजीकृत गन्ना किसान समूह कृषि यंत्र बैंक की स्थापना कर सकेंगे। ट्रैक्टर, डीज़ल इंजन, विद्युत मोटर चालित शुगरकेन जूसर मशीन खरीद सकते हैं। यंत्र बैंक की स्थापना के लिए चीनी मिलों को भी अनुदान दिया जाएगा। गन्ना की खेती में लघु तथा सीमांत किसानों को भी आधुनिक कृषि संयंत्र का लाभ दिया जाएगा।
कृषि यंत्र के लिए ऑनलाइन होंगे आवेदन
बिहार सरकार ने गन्ना यंत्रीकरण योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूर्णतः ऑनलाइन किया है। ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर रैंडमाइजेशन के जरिये चयनित किसान या समूह की पात्रता की जांच की जाएगी। स्वीकृति पत्र जारी होने के तीस दिनों के अंदर यंत्र की खरीद अनिवार्य रूप से करनी होगी। एक वर्ष तक योजना का लाभ लेने के बाद अगले तीन वर्ष तक किसान को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।