फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए समय पर उनकी सिंचाई करना आवश्यक है। जिसको देखते हुए सरकार द्वारा किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को राहत देते हुए रबी फसलों को सिंचाई के लिए दिन के समय बिजली देने का फैसला लिया है। जिससे किसानों को अब रात में तेज ठंड के दौरान खेतों में फसलों को पानी देने के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को शाजापुर जिले की तहसील कालापीपल में आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। निरंतर बिजली और हर खेत को पानी मिलने से किसान वर्ष भर फसल ले सकेंगे। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि किसानों को रात में सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी, उन्हें दिन में ही 8 से 10 घंटे सिंचाई के लिए बिजली मिलेगी।
सिंचाई रकबा किया जाएगा 1 करोड़ हेक्टेयर
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यक्रम में घोषणा करते हुए कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना से जिले के 155 गांव को भी योजना से जोड़ा जायेगा। प्रदेश में अगले 5 वर्षों में सिंचाई के रकबे को एक करोड़ हेक्टेयर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि पहले किसानों को अपने कामों के लिए पटवारी को ढूंढना पड़ता था लेकिन अब नामांतरण, बटवारा जैसे कार्य आसानी से हो जाते हैं। साइबर तहसील योजना के माध्यम से रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण अपने आप हो जाता है। अब विद्यार्थियों को मार्कशीट और टीसी आदि के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ते, डिजिलॉकर के माध्यम से यह दस्तावेज मोबाइल पर ही प्राप्त हो जाते हैं।