इस वर्ष अधिक वर्षा और बाढ़ से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। जिसको देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसानों को दीपावली से पहले फसल क्षति की राशि उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए हम लोग लगातार तत्पर रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की जो फसल क्षति हुई है, उसकी राशि दीपावली के पहले अवश्य उपलब्ध करा दें। किसानों को सभी प्रकार की सुविधाएँ देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हिदायत दी कि फसल क्षति की राशि पाने से कोई किसान नहीं छूटना चाहिए। बाढ़ के दौरान जिन किसानों की फसल को क्षति हुई है, सभी को राशि अवश्य मिल जाए। कृषि विभाग इसके लिए तेज़ी से काम करे।
बाढ़ से 16 जिले हुए हैं प्रभावित
समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के विशेष सचिव वीरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि प्रथम चरण में आयी बाढ़ से 16 ज़िले का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिससे किसानों की फसल की क्षति हुई है। दूसरे चरण में आयी बाढ़ के कारण 18 जिलों का कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिससे किसानों की फसल क्षति हुई है। प्रथम चरण के लिए फसल क्षति के रूप में 229 करोड़ तथा द्वितीय चरण के लिए 261 करोड़ रुपये का आँकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के लिए फसल क्षति की 229 करोड़ रुपये की राशि विभाग को प्राप्त हो गई है।
बाढ़ प्रभावित परिवारों को दी गई 7-7 हजार रुपये की राहत राशि
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के 18 जिलों में आयी बाढ़ (द्वितीय चरण) से प्रभावित 3.21 लाख परिवारों को डीबीटी के द्वारा सीधे उनके बैंक खातों में 7 हजार रुपये प्रति परिवार की दर से कुल 225.25 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की। मुख्यमंत्री द्वारा प्रथम चरण में 4 लाख 38 हजार 529 परिवारों के खाते में 306.97 करोड़ रुपये अंतरित किए। जबकि द्वितीय चरण में 3 लाख 21 हजार 792 परिवारों के खाते में 225.25 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की गई है। यानि बाढ़ प्रभावित 7 लाख 60 हजार 321 परिवारों के खाते में 532.22 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की गई है।
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