केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4 जनवरी के दिन नई दिल्ली में राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं की वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की। बैठक में कृषि मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित अन्य प्रमुख सरकारी योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना विश्व की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। इसमें ऋणी आवेदन 876 लाख हैं और गैर-ऋणी आवेदन 552 लाख हैं।
कृषि मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि फसल बीमा योजना के तहत कुल 14 करोड़ 28 लाख किसानों ने आवेदन किया है, 602 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बीमित है और सकल बीमित राशि 2 लाख 73 हजार 049 करोड़ रुपये है। 4 करोड़ किसानों को योजना से लाभ मिला है। योजना के प्रारंभ से अब तक 17 हज़ार करोड़ रुपए क्लेम के रूप में किसान भाइयों को दिया जा चुका है।
किसानों को दिया जाएगा 12 प्रतिशत ब्याज
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फसल बीमा योजना के संबंध में बताया कि पहले क्रॉप कटिंग मैन्युअल से नुकसान का आकलन होता था। सरकार ने फैसला लिया है कि इसे अब सैटेलाइट बेस्ड यानी रिमोट सेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा। इससे फसल के नुकसान का सही व सटीक आकलन होगा और डीबीटी के माध्यम से उचित समय पर राशि हस्तांतरित की जाएगी, अगर कोई बीमा कंपनी क्लेम देने में विलंब करेगी तो उसे राशि पर 12% ब्याज देना होगा।
उन्होंने कहा की केंद्र सरकार फसल बीमा योजना के तहत अपने हिस्से की राशि तत्काल देगा। उन्होंने राज्यों से अपील करते हुए कहा कि वह भी ऐसी स्थिति में तत्काल पैसा देने का प्रबंध करें। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों में मौसम आधारित फसल के लिए भी कई इंतजाम किए जा रहे हैं और किसानों के हितों में पिछले दिनों में कई फैसले किए गए हैं।