फसल नुकसानी का मुआवजा
पिछले दिनों बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है | यह आपदा सिर्फ एक दो राज्यों तक ही सिमित नहीं है कई राज्यों के किसानों को असमय बारिश एवं ओलावृष्टि से खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ है | सभी राज्य सरकारों ने बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान के सर्वे के लिए आदेश जारी कर दिए हैं | फसल को होने वाले नुकसान को लेकर सभी राज्य सरकारें गंभीर है सभी राज्य की की सरकारों ने किसानों को जल्द मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है | बिहार राज्य सरकार ने जहाँ इसके लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं वही राजस्थान सरकार ने विशेष गिरदावरी अभियान शुरू कर दिया है | उत्तरप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री श्री ने सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जनपद में फसलों को हुए नुकसान का तत्काल आंकलन करते हुए अधिकतम 48 घंटे के अंदर शासन को आख्या उपलब्ध कराएं।
राजस्थान सरकार इस माह से देगी फसल नुकसानी का मुआवजा
राजस्थान विधान सभा में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने जानकारी दी है कि किसानों की फसल की गिरदावरी 20 मार्च तक पूरी कर ली जाएगी | हर वर्ष फसल बुआई के बाद ही गिरदावरी की जाती है लेकिन इस बार बारिश तथा ओला से फसल के हुए नुकसान की आकलन के लिए विशेष गिरदावरी किया जा रहा है | इसके बाद नुकसानी के आधार पर बिना देरी के किसानों के बीच सहायता राशि का वितरण शुरू होगा | जिन क्षेत्र का गिरदावरी नहीं हुआ है वह अपने तहसील के पटवारी से संपर्क करके गिरदावरी को 20 मार्च तक पूर्ण करें क्योकि गिरदावरी के आधार पर ही किसानों के बीच सहायता राशी का भुगतान किया जाएगा |
बीते दिनों प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हुई ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए सहायता के रूप में कृषि आदान-अनुदान राशि का वितरण मार्च माह में ही शुरू कर दिया जाएगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 13, 2020
वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा का प्रत्युत्तर। #Rajasthan #VidhanSabha
उत्तरप्रदेश सरकार ने शुरू किया मुआवजा देने का कार्य
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने 12 एवं 13 मार्च को आकाशीय बिजली गिरने, ओलावृष्टि अवं पेड़ गिरने से हुई 3 किसानों की मृत्यु पर उनके परिजनों को 04 लाख रुपये का चेक दिया | मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारीयों को निर्देश दिया है की वह ओलावृष्टि एवं वर्षा से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों की सूची राजस्व विभाग के माध्यम से तैयार कराएँ | प्रदेश सर्कार द्वारा प्रत्येक किसान की क्षति की भरपाई की जाएगी | सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जनपद में फसलों को हुए नुकसान का तत्काल आंकलन करते हुए अधिकतम 48 घंटे के अंदर शासन को आख्या उपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जनपद में फसलों को हुए नुकसान का तत्काल आंकलन करते हुए अधिकतम 48 घंटे के अंदर शासन को आख्या उपलब्ध कराएं।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) March 13, 2020
बिहार में किसान फसल नुकसानी के मुआवजे के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेगें
राज्य सरकार ने राज्य के सभी किसान सलाहकर, कृषि समन्वयक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, प्रखंड तकनीकी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक तथा प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यक्षेत्र के सभी किसानों के फसलों की वास्तविक स्थिति तथा क्षति का आकलन कर विहिप प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायें | कृषि मंत्री के अनुसार आपदा की स्थिति में सरकार के खजाने पर पहला हक़ आपदा पीड़ितों का है |
बिहार में फरवरी माह में असमय वर्षा / आंधी/ओलावृष्टि के कारण खड़ी फसलों को हुई क्षति की भरपाई के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रतिवेदन 11 जिलों के प्रभावित किसनों को कृषि इनपुट अनुदान उपलब्ध करने की प्रक्रिया चल रही है | यह 11 जिलें इस प्रकार है – औरंगाबाद, भागलपुर, बक्सर, गया, जहानाबाद, कैमूर, मुज्जफरपुर, पटना, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर तथा वैशाली | कृषि इनपुट अनुदान के लिए किसान आनलाइन आवेदन 23 मार्च 2020 तक कर सकते है |
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बिहार के किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति हमारी जिम्मेवारी है
— Dr. Prem Kumar (@DrPremKrBihar) March 14, 2020
आज बोधगया के नौतापुर गांव पहुंच स्थानीय किसानों से मुलाकात की तथा जमीनी हालात का जायजा लिया।
फसल नुकसान के आकलन के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं।@news4nations pic.twitter.com/JBj912JUKQ
Ludhaiya post luckhan pur farrukhabad
दसल नुकसानी का सर्वे हुआ है तो जल्द दिया जायेगा |
In Bihar, except 11 district ,many other districts such as Lakhisarai,Munger, Jamui and others also faces the problem of untimely heavy rain and heavy loss of Rabi crops such as wheat,mustard,gram .So the benefits of krishi input must be given to these districs also.
जी अभी ११ जिलों के लिए है रबी का |