समर्थन मूल्य पर चना, मसूर एवं सरसों की उपज
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस वर्ष रबी फसलों की खरीदी देरी से शुरू हुई थी, साथ ही संक्रमण रोकने के लिए कम संख्या में किसानों को खरीदी केन्द्रों पर बुलाये जाने के कारण अभी तक फसल खरीद का कार्य पूरा नहीं हो पाया है | वहीँ मानसूनी बारिश शुरू हो गई है एवं किसानों ने खरीफ फसलों की बुआई का काम भी शुरू कर दिया है | मध्यप्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने निर्देशित किया है कि चने के उपार्जन में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाये। उन्होंने कहा कि चना, मसूर, सरसों का उपार्जन 30 जून तक होना है।
किसानों को भेजे जाएगें एसएमएस (SMS)
मंत्री श्री पटेल ने कहा है कि ऐसे किसान, जो एसएमएस मिलने के बाद भी चना मण्डी तक नहीं ले जा पाये हैं, उन्हें विभाग द्वारा पुन: एसएमएस भेजे जायेंगे। वे अपनी उपज समर्थन मूल्य पर मण्डी में विक्रय कर सकेंगे। उन्होंने कहा है कि चना, मसूर, सरसों का उपार्जन आगामी 30 जून तक किया जायेगा, किसानों की उपज का एक-एक दाना खरीदा जायेगा।
शेड में किया जाएगा खरीदी कार्य
चना, मसूर एवं सरसों के उपार्जन के लिए निर्देश दिए गए हैं की खरीदी का कार्य मण्डी शेड में ही किया जाना सुनिश्चित किया जाये | चना, मसूर, सरसों की खरीदी की तिथि भारत सरकार की समर्थन मूल्य नीति के अनुसार 29 जुलाई तक होना संभावित है। इसे दृष्टिगत रखते हुए खरीफ फसलों की खरीदी जारी रखी जाए |