किसान बिना बिजली के फव्वारा और ड्रिप पद्धति से कर सकेंगे सिंचाई
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बुरहानपुर में 104.45 करोड़ की भावसा मध्यम सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि ग्रेवटी सूक्ष्म भूमिगत पाइप लाईन प्रणाली वाली जिले की यह पहली परियोजना है। इससे किसानों को बिना बिजली खर्च किये खेतों तक सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। भावसा मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण जून-2020 तक पूर्ण किया जायेगा। इससे आस-पास के सभी गाँवों की कुल 9 हजार एकड़ भूमि में सिंचाई हो सकेगी।
बिंजलवाड़ा उद्वहन सिंचाई योजना के लिये नहीं होगा भूमि अधिग्रहण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन जिले के भीकनगांव में 745 करोड़ रूपये लागत की बिंजलवाड़ा उद्वहन सिंचाई योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि यह निमाड़ क्षेत्र की पहली योजना है, जिसमें किसी भी किसान की भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा।
क्या है परियोजना
बिंजलवाड़ा उद्वहन सिंचाई योजना से 129 गांव की 50 हजार 164 हेक्टेयर कृषि भूमि को उद्वहन सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। योजना में सम्पूर्ण जल वितरण पाईप प्रणाली से किया जाएगा। किसान को प्रत्येक 2.50 हेक्टेयर चक तक पाईप द्वारा 20 मीटर दाब युक्त पानी मिलेगा। इससे किसान आधुनिक कृषि की नवीन तकनीकों फव्वारा और ड्रिप पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे।
टपक सिंचाई (ड्रिप सिंचाई) प्रणाली क्या है?
नहर सिंचाई से नर्मदा घाटी में ऊँचाई पर बसे गांव के किसानों को नर्मदा जल उपलब्ध करवाने के लिये मुख्यमंत्री की पहल पर यह नवाचारी प्रयास किया गया है। इस योजना से जल उद्वहन कर दो चरण में 120.50 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचाया जायेगा। योजना के अंतर्गत इदिंरा सागर परियोजना की मुख्य नहर आइडी 57.85 किलोमीटर से 17.80 घनमीटर जल प्रति सेकण्ड की क्षमता से उदवहन किया जाएगा |