हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है, किसानों के लिए कृषि ट्यूबवेल का लोड स्वेच्छा से बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अब इच्छुक किसान अपने नलकूपों का लोड बढ़ाने के लिए पहली जुलाई से 15 जुलाई, 2024 तक पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। 27 जून को हुई मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह जानकारी दी।
इसके अलावा, जिन किसानों को कृषि नलकूपों को पुनः बोर करना पड़ता हैं, ऐसे शिफ्ट किए जाने वाले नलकूपों के लिए सौर उर्जा की शर्त लागू नहीं होगी। इस प्रकार के नलकूलों को पहले के कनेक्शन पर ही बिजली आपूर्ति की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि अक्सर ट्यूबवेल फेल होने की स्थिति में किसान को 50 मीटर के फासले पर दोबारा ट्यूबवेल लगाना पड़ता है। जिसके लिए नए सिरे से बिजली कनेक्शन तथा विभागीय एनओसी की सभी शर्तों को भी समाप्त कर दिया गया है। अब किसान ट्यूबवेल फेल होने पर 50 मीटर के दायरे में दोबारा लगा सकता है।
किसानों को नया कृषि कनेक्शन लेने के लिए करना पड़ता है इंतजार
हरियाणा में टयूबवेल कनेक्शन लेने वाले किसानों को अभी भी इंतजार करना पड़ता है। आवेदन के बाद भी उन्हें कनेक्शन समय पर नहीं मिल पाता है। इस साल फरवरी में विधानसभा में सरकार ने बताया था कि अभी भी 70 हजार से ज्यादा किसानों को टयूबवेल कनेक्शन नहीं मिले हैं। कांग्रेस के तत्कालीन विधायक वरूण मुलाना के सवाल पर तब के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने विधानसभा में इस बात की जानकारी दी थी। उत्तरी हरियाणा बिजली निगम में 26163 और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में 44222 कनेक्शन शामिल दिए जाने बाकी थे। हालांकि, अब यह संख्या कम हो गई होगी।