देश में किसानों को कृषि क्षेत्र की नई तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है। इस कड़ी में बिहार सरकार द्वारा किसानों को नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिलाने के लिए राज्य के बाहर विभिन्न संस्थानों में भेजा गया है। रविवार 22 तारीख को राज्य के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कृषि भवन पटना के सभागार से राज्य के बाहर प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों को रवाना किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव, कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल ने की।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार के किसानों को देश के कृषि से संबंधित संस्थानों में आत्मा योजना के माध्यम से प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कराने का मुख्य उद्देश्य कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों में हो रहे नवाचार कार्यों से अवगत करना है। प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम से किसानों की आमदनी दोगुनी करना व उन्हें उन्नत तकनीक से रूबरू करना विभाग का लक्ष्य है। पिछले कुछ सालों में किसानों की आय बढ़ी है एवं बिहार के जीडीपी विकास में कृषि क्षेत्र का लगभग 14 प्रतिशत योगदान है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के मार्गदर्शन की देन है।
प्रतिष्ठित संस्थानों में मिलेगा किसानों को प्रशिक्षण
कृषि मंत्री पांडेय ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप जब बाहर जायें तो “देखकर सीखो, सीखकर अपनाओं” के सिद्धांत पर काम करें। इस हेतु आपको देश के दुसरे राज्यों में प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण पर भेजा जा रहा है। देश के प्रतिष्ठित संस्थाओं में जाकर अपने विषय से संबंधित सवालों के बारे में वैज्ञानिकों से पूछें, ताकि किसानों को भविष्य में इसका लाभ मिल सके। आपके परिभ्रमण का मुख्य उद्देश्य कम जमीन पर अधिक फसलों का उत्पादन, मार्केटिंग, पैकेजिंग व्यवस्था को समझना एवं किसानों को ई-फ्रेंडली बनाना है।
राज्य में भी आयोजित किए जाएँगे प्रशिक्षण कार्यक्रम
सचिव, कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम हर जिले के लिए आयोजित किया जाएगा। बिहार कृषि प्रधान राज्य है, यहाँ भी कई जगहों से किसान परिभ्रमण के लिए आते हैं और सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस से सीख कर जाते हैं। आंवला, पपीता, नींबू, खरीफ प्याज तथा आलू की उन्नत तकनीक सीखने के लिए किसानों को अन्य जगहों पर भेजा जाएगा। इस कार्यक्रम का लक्ष्य विभिन्न संस्थानों में प्रशिक्षण लेने के साथ–साथ किसानों तथा वैज्ञानिकों से सीधा संवाद कर जानकारी प्राप्त करना है। उन्होंने निर्देश दिया कि बामेती द्वारा नई रणनीति बनाई जाए तथा जो बिहार राज्य में बेहतर हो रहा है जैसे वेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न से संबंधित जिलों में किसानों को “देखकर सीखो, सीखकर अपनाओं” के सिद्धांत पर अंतर–जिला परिभ्रमण कार्यक्रम अंतर्गत प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान मन में जो भी प्रश्न आए, उसे जरुर पूछकर जानकारी प्राप्त करना है।