धान की सीधी बिजाई करने पर दिया जाएगा अनुदान
देश में खरीफ फसलों में सबसे महत्वपूर्ण फसल धान है, इसकी खेती मई माह से शुरू हो जाती है | धान की खेती में अधिक पानी की जरुरत होती है जिसके कारण लगातार भूमिगत जलस्तर नीचे जाता जा रहा है। गिरते भूमिगत जलस्तर को रोकने के लिए राज्य सरकारों के द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। इसमें कुछ राज्य सरकारें किसानों को धान की खेती छोड़ अन्य फसलों की खेती करने पर अनुदान देती है तो वहीं कुछ राज्य सरकारें धान की खेती सीधे बिजाई कर करने पर सरकार ज़ोर दे रही है ताकि पानी की खपत को कम किया जा सके। इस कड़ी में पंजाब सरकार ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को अनुदान राशि देने का फैसला लिया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान ने आज किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आज आपकी सरकार ने धान की सीधी उपजाई करने वाले हर किसान को 1500 रुपए प्रति एकड़ सहायता देने का फैसला किया है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को धान की सीधी उपजाई करने के लिए प्रेरित करें। इससे धान की उपज भी बढ़ेगी और पानी की भी बचत होगी।
इन किसानों को दिया जाएगा धान की खेती पर अनुदान
धान की बुवाई दो प्रकार से की जा सकती है पहला सीधी बिजाई जिसके तहत किसान धान के बीज को सीधे खेत में छिड़काव करके या सीड ड्रिल से बोते हैं | दूसरा धान की पहले नर्सरी तैयार करते हैं उसके बाद खेत में बुवाई करते हैं | नर्सरी तैयार करके बुवाई करने पर धान की खेती में अधिक पानी की जरूरत होती है | पंजाब सरकार धान की खेती में कम पानी में करने के लिए धान की सीधी बुआई करने वाले किसानों 1500 रुपए प्रति एकड़ का अनुदान देगी।