28.6 C
Bhopal
बुधवार, जून 18, 2025
होमकिसान समाचारहरी खाद के लिए ढैंचा की खेती करने वाले किसानों को...

हरी खाद के लिए ढैंचा की खेती करने वाले किसानों को मिलेगा 1000 रुपए प्रति एकड़ का अनुदान

ढैंचा एक प्राकृतिक खाद है जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने, नमी बनाए रखने और उत्पादन लागत घटाने में सहायक है। ऐसे में जो भी किसान ढैंचा की खेती हरी खाद के लिए करेंगे उन किसानों को सरकार 1000 रुपए प्रति एकड़ का अनुदान देगी।

मिट्टी को एक बार फिर से उपजाऊ बनाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं ताकि फसलों का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाई जा सके। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने राज्य में हरी खाद को बढ़ावा देने और किसानों की रासायनिक खाद पर निर्भरता से मुक्त करने के उद्देश्य से एक बड़ी योजना की घोषणा की है। योजना के तहत अब से जो भी किसान अपने खेतों में ढैंचा की खेती हरी खाद के लिए करेंगे सरकार उन्हें नकद प्रोत्साहन स्वरूप अनुदान राशि देगी। किसानों को यह राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण यानि डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक खातों में दी जाएगी।

हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ढैंचा उगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ढैंचा एक प्राकृतिक खाद है जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने, नमी बनाए रखने और उत्पादन लागत घटाने में सहायक है। यह योजना पहली बार प्रदेश भर में लागू की जा रही है, जिससे हजारों किसानों को लाभ होगा।

यह भी पढ़ें:  किसान रहें तैयार, इस साल समय से पहले आ सकता है मानसून: मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी 

ढैंचा की खेती से किसानों को मिलने वाले लाभ

ढैंचा एक फलीदार फसल है, जिसे कटाई से पहले मिट्टी में जोतकर जैविक खाद तैयार की जाती है। यह फ़सल मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में भी सहायक होती हैं क्योंकि ये नाइट्रोजन स्थिरीकरण करती हैं और नाइट्रोजन की पूर्ति करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मिट्टी की संरचना बेहतर होती है और लंबे समय तक उत्पादकता बनी रहती है। साथ ही मिट्टी में नाइट्रोजन की पूर्ति होने से यूरिया जैसी रासायनिक खाद पर किसानों की निर्भरता कम होती है।

अनुदान के लिए किसानों को करना होगा यह काम

कृषि मंत्री ने बताया कि ढैंचा की खेती पर अनुदान का लाभ लेने के लिए किसान अपनी ढैंचा फसल की फोटो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर समय रहते अपलोड करना होगा, इसके बिना योजना का लाभ किसानों को नहीं मिलेगा। सरकार ने राज्य के 22 जिलों में 4 लाख एकड़ भूमि पर फसल विविधिकरण का लक्ष्य रखा है, जिसमें ढैंचा की फ़सल को प्रमुखता दी जा रही है। इस योजना से अनुमानित 3 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा।

यह भी पढ़ें:  किसानों को दूध का उचित मूल्य दिलाने के लिए दूध खरीदने की दर में की गई वृद्धि

कृषि मंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं का पूरा लाभ उठाएं और ढैंचा जैसी पर्यावरण-अनुकूल फसल को अपनाकर हरित क्रांति में भागीदार बनें। राज्य सरकार का उद्देश्य इस योजना के जरिए किसानों को डिजिटल प्रणाली से जोड़ना और सरकारी लाभों को पारदर्शी व सुगम तरीके से उनके घर तक पहुंचाना है।

Install APP
Join WhatsApp

Must Read

2 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

Latest News