आज के समय में देश और दुनिया में ड्रोन की उपयोगिता बढ़ती जा रही है। ड्रोन के उपयोग से कई काम किए जा रहे हैं, ऐसे में देश में अधिक से अधिक लोग ड्रोन चलाने में सक्षम हो सके इसके लिए सरकार द्वारा नए-नए प्रशिक्षण केंद्र खोले जा रहे हैं। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश के लखनऊ के आई.सी.सी.एम.आर.टी. में ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन 15 जनवरी के दिन किया गया। ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन प्रदेश के सहकारिता राज्य मंत्री जे.पी.एस. राठौर ने किया।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि ड्रोन तकनीक ने सहकारिता क्षेत्र में एक नई क्रांति का सूत्रपात किया है। ड्रोन तकनीक से देश ही नहीं उत्तर प्रदेश का भी विकास हो रहा है, जिसमें सहकारिता क्षेत्र भी कहीं छूटा नहीं है। ग्रामीण महिलाओं (ड्रोन दीदियों) को रोजगार तथा सक्षम बनाने के लिए प्रथम चरण में तीन बैच का एक साथ 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
ड्रोन तकनीक से युवाओं को मिलेगा तकनीकी ज्ञान
सहकारिता मंत्री ने कहा कि ड्रोन का उपयोग सहकारी समितियों की भूमि के सर्वेक्षण, फसल की निगरानी, उर्वरकों के वितरण और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों में किया जा सकता है। यह तकनीक समय और संसाधनों की बचत के साथ-साथ उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है। ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम से युवाओं को तकनीकी ज्ञान मिलेगा, जिससे वे सहकारिता क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी अपना योगदान दे सकें।
महिलाओं को निःशुल्क दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम में शाहजहांपुर, गाजियाबाद, अमरोहा और जौनपुर जनपद से 60 ग्रामीण महिलाओं को निःशुल्क 15 दिवसीय महिला ड्रोन पायलट प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस कार्यक्रम के साथ ही प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आवास एवं खानपान की व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही राज्य सरकार की युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत एमबीए पाठ्यक्रम के 50 छात्र/छात्राओं को टेबलेट वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमुख सचिव सहकारिता सौरभ बाबू ने करते हुए कहा कि संस्थान गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण प्रदान करे, जिससे कृषि क्षेत्र में अधिक लाभ दिया जा सके। प्रशिक्षण में ड्रोन संचालन के साथ-साथ उपकरण की भी जानकारी दी जाए।