back to top
शुक्रवार, मार्च 29, 2024
होमकिसान समाचारमंडी में खरीदी के नाम पर किसानों से की जा रही वसुली

मंडी में खरीदी के नाम पर किसानों से की जा रही वसुली

मंडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार से किसान हो रहे परेशन

मध्यप्रदेश में सरकार तो बदल गई है लेकिन लगता है की व्यवस्था नहीं बदली है | काम करने का वह ही पुराना तरीका तथा लोग हैं | जो आम लोगों से बिना पैसे के काम करते ही नहीं हैं | ताजा मामला रीवा जिले की है जहाँ हनुमना तहसील के अंतर्गत आनेवाली कृषि उपज मंडी का है | जिसमें किसानों से बड़े पैमाने पर वसूली चल रही है | जो भी किसान इस मंडी में फसल बेचने आते हैं उसे रिश्वत में एक हजार से 5 हजार रूपये तक देना पढ़ता है यह जानकरी किसान समाधान को यहाँ फसल बेचने आये किसानों ने दी |

क्या है मामला

किसानों को बेचने के लिए मंडी में बोरा तक नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है | किसान अपनी फसल के बीज को कितना भी साफ करके ले जाता है उसे फिर से छन्ना लगाकर साफ किया जाता है तथा उसके माल को छांट दिया जाता है  लेकिन जो किसान 5 हजार रूपये का देता है उसके माल को खरीद लिया जाता है |

यह भी पढ़ें   किसान कर्ज माफी: 60 हजार किसानों के 409 करोड़ रूपये से अधिक के ऋण किए गए माफ

मंडी में हम्माल की किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है | इसके कारण मंडी में सभी काम किसानों से ही कराया जा रहा है | तौल, बोरे में भरना , सिलाई तथा छपाई का काम भी किसानों से कराया जा रहा है | एसा नहीं है की किसानों से मंडी का चार्ज (शुल्क) नहीं लिया जा रहा है बल्कि हम्माल के लिए तय 2 प्रतिशत रुपया किसानों से अतरिक्त वसुला जा रहा है | जो किसान मंडी में रिश्वा नहीं देता है उसके माल को मंडी में 3 से 4 दिन तक रखा रहता है तथा कोई खरीदार नहीं मिलता है |

किसान संगठन ने दर्ज कराई शिकायत

राष्ट्रीय किसान संगठन को इस बारे में लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद संगठन प्रदेश मंत्री – श्री वंशगोपाल सिंह बघेल के नेतृत्व में नईगढ़ी तहसील अध्यक्ष – श्री भाग्योदय सिंह सेंगर, तहसील उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह, अशोक पटेल, संभागीय अध्यक्ष – द्वारिका प्रसाद शुक्ला, राजेन्द्र सिंह, रेनी सिंह , अनिल तिवारी के साथ किसानों ने मंडी में पहुँचकर इस बात का जायजा लिया जिसमें किसानों ने साफ तौर पर बोला की किसानों के साथ वसूली चल रही है |

यह भी पढ़ें   प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: ऋणी किसान 24 जुलाई तक कर लें यह काम नहीं तो पछताना पड़ेगा

इसके साथ ही मंडी में किसी भी तरह का शौचालय तथा पानी का व्यवस्था नहीं की गई हैं जिससे किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है | इस सम्बन्ध में हनुमना तहसीलदार से बात किया गया लेकिन चुनाव व्यस्तता के कारण मंडी नहीं पहुँच सके | इसके बार में राष्ट्रीय किसान संगठन ने सभी वरिष्ट अधिकारी को इस मुद्दे से अवगत करा दिया गया है |

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप