छत्तीसगढ़ के ग्राम कठिया की रहने वाली नागेश्वरी वर्मा आज से 5 साल पहले सामान्य गृहिणी थी। जो घर के चूल्हा-चौके तक ही सीमित थी, लेकिन आज वह अपने पैरों पर खड़ी और घर गृहस्थी संभालने के साथ ही सालाना डेढ़ से दो लाख रूपये कमा रही है वह भी मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय से। नागेश्वरी के बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहें है और वह अपने दम पर एक हजार मुर्गियों को पालने की तैयारी भी कर रही है।
नागेश्वरी वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ वर्ष पहले बिहान के सहयोग से करीब डेढ़ लाख रुपये का लोन प्राप्त किया था। इसके बाद मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू किया। मनरेगा से उन्हें मुर्गी शेड की सहायता मिली। शुरूआत में कम संख्या में मुर्गी पालन किया फिर धीरे-धीरे मुनाफा देखते हुए आज 500 मुर्गियों तक पहुंच गई। इन मुर्गियों को आस-पास के बड़े पोल्ट्री फार्म वालों को बेचना शुरू किया था, अब वो खुद आकर ले कर जाते है।
उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन व्यवसाय में अच्छी सफलता मिलने के बाद पिछले पांच वर्षों में अच्छी आय होने पर नया घर बनाया, दुपहिया वाहन खरीदा अब अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रही हूँ, बेटा बीबीए कर रहा है और बेटी की अच्छी करियर का भी प्लान कर रही हूँ। इस प्रकार उनके घर में मां लक्ष्मी के साथ-साथ मां सरस्वती की कृपा भी बनी हुई है।