इस समय डीएपी खाद की मांग बहुत अधिक बढ़ गई है, जिसके चलते कई किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है। इस कड़ी में मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में सोमवार 11 नवम्बर 2024 को मार्कफेड के गोदाम में सुबह 8 बजे लगभग 450 किसान खाद लेने पहुंचे थे। जहां उन्हें पूरी प्रक्रिया के तहत टोकन बांटा गया और करीब 130 मीट्रिक टन डीएपी खाद का वितरण किया गया। इस दौरान कुछ किसान भाई बाकी रह गए थे।
उपसंचालक कृषि के.के. वैद्य ने बताया कि बाकी रहे किसानों को समझाइश दी गई कि डीएपी की जगह एनपीके लेने के लिए प्रेरित किया गया। लेकिन उन्होंने कलेक्टर पार्थ जैसवाल के कैम्प ऑफिस पहुंचकर डीएपी ही लेने का आवेदन दिया और कलेक्टर के निर्देशानुसार मंगलवार की सुबह किसानों को डीएपी खाद एमपी एग्रो से उपलब्ध कराई।
टोकन मिलने के बाद नहीं मिला था डीएपी खाद
11 नवंबर को छतरपुर कृषि उपज मंडी में मार्कफेड के गोदाम में डीएपी खाद लेने के लिए 450 किसान एकत्रित हुए, उन सभी किसानों को सुबह 8 बजे से ही टोकन बांट दिए गए और पूरे दिन में 130 मीट्रिक टन डीएपी खाद टोकन के माध्यम से वितरण किया गया, इन सभी किसानों को डीएपी वितरण के पश्चात गोदाम मे डीएपी खत्म हो गया था। डीएपी वितरण के पश्चात शेष बचे 40 किसानों को एनपीके दिया गया था, उसके पश्चात 12 किसान शेष रह गए थे जो गोदाम में दोपहर 2 बजे आए थे, उन्हें भी टोकन दिया गया था।
टोकन से खाद प्राप्त करने के लिये निर्देशित किया गया था, गोदाम में रात्रि 8.30 बजे डीएपी का वितरण बंद हुआ, डीएपी खाद ख़त्म होने के बाद यह 12 किसान खाद प्राप्त करने से वंचित रह गए, इन सभी किसानों को एनपीके प्राप्त करने हेतु समझाईश दी गई परंतु वह डीएपी खाद ही लेना चाहते थे, उक्त किसान अपने आवेदन लेकर खाद प्राप्त करने के लिए कलेक्टर से दूरभाष पर संपर्क किया और आवेदन देने के लिये उनके कैम्प ऑफिस आए, इन सभी किसानों के आवेदन प्राप्त किए गए और आश्वासन दिया गया कि उन्हें सुबह खाद वितरित कर दिया जाएगा।
मंगलवार 12 नवंबर को प्रात 9:30 बजे सभी 12 किसानों को एमपीएग्रो गोदाम से खाद वितरित कर दिया है, किसानों के द्वारा किसी प्रकार का घेराव नहीं किया गया था, शांतिपूर्ण तरीके से डीएपी खाद ही प्राप्त के लिए अपने आवेदन दिए गए थे।
डीएपी चाहिए हमको तो
Potash one bori price hai 1500 lekin sarkari gadam per diya ja rha hai 1700 rupees me
MRP से ज्यादा क़ीमत पर खाद बेचने वालों की शिकायत अपने जिले के कृषि विभाग में करें।
Main gaon ke liye khad ki bahut pareshan hone per Di hai dhaan gehun ke liye hath nahin milta hai to bajar mein bahut mahanga khate the ras ho kattakam se kam 1500 se ko vate karne dete hue
2 bori D.a.p
Dap nhi mili
एनपीके और यूरिया खाद का इस्तेमाल करें, या थोड़ा इंतजार करें।
Dap mile ya na mile per vote modi ko hi denge