back to top
शनिवार, अप्रैल 20, 2024
होमकिसान समाचारकोरोना असर: अब उँगलियों के निशान से नहीं बल्कि मोबाइल ओटीपी से...

कोरोना असर: अब उँगलियों के निशान से नहीं बल्कि मोबाइल ओटीपी से होगा किसान पंजीकरण

Corona Effect: समर्थन मूल्य खरीद किसान पंजीयन

देश में कोरोना वायरस का असर बढ़ता जा रहा है इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कदम उठाये जा रहे हैं | भारत देश में अभी कोरोना ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचा नहीं है परन्तु सभी राज्य सरकारों के द्वारा इसे बढ़ने से रोकने के लिए ऐहितियत के तौर पर कई कदम उठाये जाने शुरू हो गए हैं | अभी देश में रबी फसलों की कटाई चल रही है और उसे समर्थन मूल्य योजना के तहत खरीदने के लिए सरकार के द्वारा पंजीकरण करवाए जा रहे हैं | पहले किसानों के उँगलियों के निशान (बायोमेट्रिक सत्यापन) के द्वारा पंजीकरण किये जाने थे परन्तु कोरोना वायरस के चलते अब सरकार ने किसानों के पंजीकरण के लिए मोबाइल पर प्राप्त होने वाले ओटिपी से पंजीयन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं | जिससे किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है | बहुत से किसान अभी भिया ऐसे हैं जिनका मोबाइल नम्बर आधार कार्ड से लिंक नहीं ऐसे में उन्हें ओटिपी प्राप्त होने में काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है |

राजस्थान सरकार ने उँगलियों के निशान (Bio-metric Verification) पर लगाई रोक

राज्य में आज से पंजीयन शुरू किए गए है,  हर बार की तरह इस बार भी किसानों का पंजीयन बायोमेट्रिक से किया जाना था लेकिन करोना वायरस के कारण इस प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है | इसका कारण यह बताया गया है कि इसमें अंगूठे का स्कैन होता है जिसके कारण कोरोना फैलने की संभावना है | सहकारिता मंत्री श्री उदय लाल आंजना ने मंगलवार को बताया कि राज्य में सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए बुधवार 18 मार्च से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किये जायेंगे | कोटा संभाग के किसानों के लिए 6 मार्च से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रारंभ हो चूका है | उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए बैयोमेट्रिक सत्यापन से होने वाले पंजीयन में परिवर्तन कर इसे ओटिपी के माध्यम से किया गया है |

यह भी पढ़ें   महिलाओं को दिया जाएगा ड्रोन के लिए ऋण और प्रशिक्षण, बनाई जाएँगी 2 करोड़ लखपति दीदी: प्रधानमंत्री मोदी

अब किसान किस तरह करवाएं पंजीयन

किसान फसल का पंजीयन ई-मित्र से करवा सकेगें इसके लिए किसान को अब उँगलियों के निशान के बजाये मोबाइल नम्बर पर एक कोड आएगा इस कोड के माध्यम से किसान समर्थन मूल्य पर चना एवं सरसों बेचने के लिए पंजीकरण करवा सकेगें | पंजीयन का कार्य सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक होगा | किसान की कृषि भूमि जिस तहसील में होगी उसी तहसील के कार्यक्षेत्र में आने वाले खरीद केन्द्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा | पंजीयन के लिए किसान को यह सभी दस्तावेज अपने साथ लेकर ई–मित्र के पास जाएँ | खरीद केन्द्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा | पंजीयन के लिए किसान को यह सभी दस्तावेज अपने साथ लेकर ई–मित्र के पास जाएँ |

  1. आधार कार्ड
  2. जनआधार/भामाशाह कार्ड
  3. फसल संबंधी दस्तावेज के लिए गिरदावरी
  4. बैंक खाते की पासबुक की फोटोप्रति
  5. गिरदावरी के पी-35 का क्रमांक एवं दिनांक

किसान रजिस्ट्रेशन सेके लिए कितना पैसा देना होगा

प्रबंध निदेशक, राजफैड श्रीमती सुषमा अरोडा ने बताया कि किसान को पंजीयन करवाने के लिए 31 रुपये का भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि किसान को भामाशाह कार्ड से संबद्ध बैंक खाता का विवरण की जांच कर लेनी चाहिये। यदि कार्ड में बैंक खाता विवरण गलत दर्ज है तो रजिस्ट्रेशन से पूर्व उसे दुरस्त करवा लें। रजिस्ट्रेशन के समय बैंक खाता संख्या का विवरण को सही ढंग से अपलोड करवाए ताकि भुगतान प्राप्त करने में किसान को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

यह भी पढ़ें   इन किसानों को फसल बीमा योजना के तहत मिला सबसे अधिक मुआवजा, सरकार ने किया सम्मानित

निर्धारित केन्द्रों पर सरसों 4425 रुपये तथा चना 4875 रुपये के समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि तुलाई के समय किसी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए उपज को तय एफएक्यू मापदण्डों के अनुसार तैयार कर लाएं। उन्होंने कहा कि किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, उपज के बेचान व भुगतान आदि के संबंध किसी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए वे टोल फ्री नम्बर 18001806001 पर फोन कर समस्या का समाधान कर सकते हैं।

इस वर्ष खरीदी पर असर पड़ेगा

प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्री नरेश पाल गंगवार ने बताया कि खरीद केन्द्रों को भी निर्देशित किया जा रहा है कि खरीद के दौरान भीडभाड की स्थिति नहीं बने तथा सुचारू रूप से खरीद भी हो जाये और संक्रमण से बचाव भी हो जाये | उन्होंने बताया कि खरीद के दौरान 50 से अधिक किसानों का इकट्ठा नहीं हो इसको सुनिश्चित किया जाएगा |

किसान समाधान के YouTube चेनल की सदस्यता लें (Subscribe)करें

8 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप