फसल नुकसान के मुआवजा हेतु आंकलन
इस वर्ष भारी बारिश के चलते किसानों की खरीफ फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसानों को हुई इस आर्थिक हानि की भरपाई सरकार द्वारा मुआवजा देकर दी जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा फसल नुकसान के आंकलन के लिए गिरदावरी अभियान चलाया जा रहा है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने पूरे प्रदेश में 5 अगस्त से जल भराव से हुए फसल नुकसान के आंकलन को लेकर गिरदावरी करवाई जा रही है, यह गिरदावरी पांच सितंबर तक चलेगी।
इस वर्ष हरियाणा राज्य सरकार ने जल भराव से हुए फसल नुकसान के आंकलन के लिए किसान स्वयं भी फसलों की गिरदावरी कराने की सुविधा दी है। किसान स्वयं भी अपनी फसल नुकसान का ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड कर सकते है। खेत में हुई सभी फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।
किसान खुद फोटो अपलोड कर दें फसल नुकसान की जानकारी
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जलभराव से खेतों में हुए नुकसान को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने कहा कि यदि किसान को यह संदेह है कि उसकी गिरदावरी सही नहीं हुई है, तो वे मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल नुकसान का फोटो अपलोड कर दें। पटवारी दोबारा फसल नुकसान की रिपोर्ट करेगा।
किसानों को अब जल्द मिलेगा मुआवजा
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है कि बारिश में गरीब के मकान का नुकसान होने पर उसे 80 हजार रुपये की मदद की जाएगी। इसके लिए कानून में संशोधन किया जाएगा, ताकि गरीब को इसका लाभ मिल सके। इस मुआवजा प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए संबंधित उपायुक्त को पावर दी जाएगी, ताकि पात्र व्यक्ति को जल्द से जल्द मिल सके। पहले केवल बाढ़ के दौरान मकान में हुए नुकसान पर मुआवजे का प्रावधान था और खेत में ट्यूबवैल पर बने कमरे के नुकसान होने पर मुआवजे का तो प्रावधान भी नहीं था।