किसानों की आय दोगुनी करने ’चिराग’ योजना : खेती-किसानी से उन्नयन का प्रशिक्षण कार्यक्रम
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को पाने के लिए छत्तीसगढ़ में राज्य शासन के कृषि विभाग द्वारा ‘चिराग’ योजना बनाई गई है। इस योजना के लिए 15 सौ करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए विश्व बैंक से सहायता ली जाएगी।
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि प्रधानमंत्री के लक्ष्य को पूरा करने कृषि विभाग ने अनेक योजनाएं शुरू की है। इनमें अंतर्गत सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ खेती-किसानी को बेहतर बनाने की योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित चिराग योजना में प्रदेश के चार लाख किसान परिवार को जोड़ा जाएगा। इन किसान परिवारों के उत्पादन समूह बनाए जाएंगे तथा छह हजार कृषि उद्यमों की स्थापना की जाएगी। लगभग 50 हजार युवाओं को चिराग योजना से जोड़कर उन्हें खेती-किसानी से संबंधित कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
रायपुर : कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योग के लिए 03 जनवरी को संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन
कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योग के प्रचार-प्रसार के लिए 03 जनवरी को उप संचालक कृषि कलेक्टोरेट परिसर सभाकक्ष में संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यशाला पूर्वान्ह 11 बजे से प्रारंभ होगी। राज्य में कृषि उत्पादों का विपुल मात्रा में उत्पादन होने के फलस्वरूप कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों असीम संभावना है। शासन द्वारा कृषकों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लिए कृषक, कृषक उत्पादक संगठन, कृषि उद्यमी को राज्य में खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित उद्योगों के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता एवं छूट प्रदान की जा रही है। इस कार्यशाला में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण के विकास एवं विस्तार से संबंधित, विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं व कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी भी दी जाएगी।