बारिश एवं ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान का आकलन
वर्ष 2019–20 के रबी फसल की कटाई का कार्य लगभग पूरा हो चूका है लकिन अभी भी बहुत से ऐसे किसान हैं जिनकी फसल अभी भी खेतों में हैं, कुछ ऐसे भी किसान हैं जिनकी फसल खेत से कटाई होकर खलिहान में आ गई है लेकिन अभी तक थ्रेसरिंग नहीं हुई है | रबी फसल की कटाई के समय ही लगातार वर्षा तथा आंधी और तूफ़ान से रुकावट आ रही है | जहाँ कटाई में अधिक समय लग रहा है वहीँ किसान को आर्थिंक नुकसान भी काफी हुआ है |
फसल नुकसानी का आकलन कर दिया जायेगा मुआवजा
पिछले कुछ दिनों से उत्तर भारत में लगातार बारिश हो रही है | आज भी कई राज्यों में आंधी के साथ बारिश हुई है | जिसको लेकर राज्य सरकार ने किसान के फसल नुकसानी का आकलन कर रही है | सर्वे के आधार पर ही किसानों के फसल की नुकसानी तय किया जाएगा | जिससे बाद में किसान को नुकसानी का मुवाब्जा दिया जाएगा |
राजस्थान में भी पिछले सप्ताह से बारिश रुक – रुक कर हो रही है | इस बार बारिश के साथ ही आंधी और कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई है | राज्य सरकार ने इसके लिए सभी जिला कलक्टरों को जल्द से जल्द फसल खराबे की जानकारी जुटाने को कहा है ताकि आवश्यकता होने पर विशेष गिरदावरी कराई जा सके | साथ ही, जिला कलक्टर आंधी – तूफ़ान और ओलावृष्टि से मानव हानि पशुधन की हानि और भवनों आदि को हुए नुक्सान की जानकारी भी राज्य सरकार को भेजें , ताकि प्रभावित लोगों को एसडीआरएफ के नियमों के तहत मुआवजा राशि दी जा सके |
किसी व्यक्ति की मृत्यु पर 4 लाख रुपये दिए जाएंगे
राज्य सरकार यह भी मालूम कर रही है की फसल नुकसानी के साथ घर तथा पशु और मानव की कितनी नुकसानी हुआ है | राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सहायता राशि तुरंत प्रदान करें के लिए जिला कलक्टरों को निर्देश दिए हैं | उन्होंने टोंक जिले में खराब मौसम के कारण हुई चार लोगों की मृत्यु पर उनके प्रियजनों को नियमानुसार 4 लाख रूपये तक की सहायता राशि देने के भी निर्देश दिए हैं |
प्रदेश के कुछ जिलों में ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने और मानव हानि के लिए सहायता राशि तुरंत प्रदान करने के लिए जिला कलक्टरों को निर्देश दिए हैं।#Rajasthan
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 4, 2020