निःशुल्क बीज वितरण कार्यक्रम
इस वर्ष बिहार, उत्तर प्रदेश एवं झारखण्ड राज्यों में बहुत कम वर्षा हुई है, जिससे इन राज्यों में किसान या तो खरीफ फसलों की बुआई नहीं कर पाए हैं या सिंचाई के अभाव में फसल खराब हो गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकारों के द्वारा वैकल्पिक फसलों की खेती के लिए अनुदान पर बीज उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश मंत्री परिषद ने किसानों को बीज अनुदान योजना के अंतर्गत निःशुल्क बीज मिनी किट वितरण की योजना को मंजूरी दे दी है।
उत्तर प्रदेश मंत्री परिषद ने कमजोर मानसून की स्थिति में राज्य पोषित प्रमाणित बीजों पर अनुदान की योजना के अंतर्गत तोरिया के निःशुल्क बीज मिनी किट वितरण की कार्य योजना तथा निःशुल्क बीज मिनी किट वितरण हेतु प्रमाणित बीजों पर अनुदान के मद से 457.60 लाख रुपए की धान राशि की व्यवस्था के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
किसानों को मुफ्त में दिए जाएँगे प्रमाणित बीज
योजना के तहत कमजोर मानसून के चलते जिन क्षेत्रों/ जनपदों में खरीफ की बुआई नहीं हो पा रही है। ऐसे क्षेत्रों में किसानों को तोरिया के निःशुल्क बीज मिनी किट का वितरण किया जायेगा। निःशुल्क बीज मिनी किट के वितरण में लघु, सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत 100 प्रतिशत राज्य सहायता के आधार पर 2 किलोग्राम प्रति पैकेट तोरिया बीज मिनी किट का कृषकों को निःशुल्क वितरण किया जायेगा।
तोरिया के निःशुल्क बीज मिनी किट का वितरण जनपदों में 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित-जनजाति के किसानों तथा शेष अन्य किसानों को दिया जायेगा। योजना के तहत चयनित किसानों में 30 प्रतिशत महिला किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस सुविधा का लाभ कृषकों को “प्रथम आवक-प्रथम पावक” के आधार पर उपलब्ध कराए जाएँगे।
किसानों को होगा 8 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर का लाभ
योजना के तहत राज्य के किसानों को निःशुल्क बीज वितरण से लगभग 4 लाख क्विंटल अतिरिक्त तोरिया का उत्पादन प्राप्त होगा। जिससे लाभार्थी किसानों को औसतन 8000 रुपए प्रति हेक्टेयर का लाभ होने का अनुमान है। तोरिया के निःशुल्क बीज मिनी किट का वितरण पूर्ण पारदर्शिता के साथ ग्राम पंचायतों एवं अन्य जन प्रतिनिधियों के सहयोग एवं उनकी उपस्थिति में कराया जायेगा।