राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशनः चावल

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशनः चावल

अच्छी उपज हेतु सहायक सुझाव

  • अधिकृत  एजेंसियों /डीलरों से संबंधित क्षेत्र के लिए सिफारिश की गई उन्नत किस्मों के प्रमाणित बीज प्राप्त करें।
  • बीजों के रोग की दर कम करने के लिए उसे कवकनाशियों से उपचारित करें।
  • नर्सरी बेड पर राज्य कृषि विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मार्गदर्शी सिद्धांतों के अनुसार पहले से अंकुरित धान के बीज बोएँ। गोबर की खाद , वृहद् और सूक्ष्म पोषक तत्वों की सिफारिश की गई मात्रा बुआई के समय नर्सरी बेड पर डालें।
  • पौधरोपण कार्य जैसे एसआरआई (श्री) यांत्रिक और सामान्य पद्धतियों के लिए वैज्ञानिक तरीके से की जानी चाहिए।
  • मिट्टी की पोषणिक स्थिति और सिफारिश के लिए जांच कराएं। वैकल्पिक रूप से राज्य कृषि विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित बड़े और सूक्ष्म पोषक तत्वों के लिए सामान्य सिफारिशों को अपनाया जा सकता है।
  • अम्लीय मिट्टी पर चूना/ लाइमिंग सामग्री डालें जो2-4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर या खेत तैयार करने के समय राज्य कृषि विश्वविद्यालय की सिफारिशों के अनुसार होनी चाहिए।
  • चावल की किस्मों /संकर बीजों के मिनी किट, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत वितरित किये जा रहे हैं। इच्छुक किसान राज्य कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर उसे प्राप्त कर सकते हैं।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन की ओर से किसानों को प्राप्त सुविधाएँ-

  • प्रमाणित उन्नत किस्म के बीज वितरण हेतु सहायता 500 रुपये प्रति क्विंटल या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • चावल के संकर बीज वितरण हेतु सहायता 200 रुपये प्रति क्विंटल या 50   प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • चावल के संकर बीजों के उत्पादन हेतु सहायता 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल।
  • सूक्ष्म पोषक तत्वों के लिए सहायता 500 रुपये प्रति हेक्टेयर या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • अम्लीय मिट्टी में चूना डालने के लिए सहायता 500 रुपये प्रति हेक्टेयर या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • कोनोवीडर और अन्य उपकरणों के लिए सहायता 3 हजार रुपये या इन उपकरणों की लागत का 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • जीरो टिल सीड ड्रिल/ विभिन्न फसल रोपने की मशीन /सीड ड्रिल/पावर वीडर की खरीद के लिए उपकरण 15 हजार रुपये या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हो।
  • रोटावेटर की खरीद के लिए 30 हजार रुपये या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • नैपसैक स्प्रेयर की खरीद के लिए 3 हजार रुपये या मूल्य के 50 प्रतिशत प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • पौधों की सुरक्षा हेतु रासायनिक खाद के लिए 500 रुपये प्रति हेक्टेयर या मूल्य के 50 प्रतिशत तक सहायता, इनमें से जो भी कम हों।
  • अभ्यास या कार्य-प्रणाली, संकर चावल और श्री (एसआरआई) के उन्नत पैकेज पर क्षेत्रों का दौरा आयोजित करने का प्रावधान।
  • किसान, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत आयोजित किये जाने वाले फार्मर्स फील्ड स्कूल में भी भाग ले सकते हैं।

इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए अपने नज़दीकी कृषि अधिकारी से संपर्क करें, या किसान कॉल सेंटर के टॉल फ्री नंबरः 1551 180 1800 पर सम्पर्क करें।

योजना कृषि विभाग, बिहार सरकार