पशुपालन के लिए किसान उन्नत नस्लों के पशुओं का पालन करना चाहते हैं ताकि अधिक से अधिक लाभ मिल सके। ऐसे में पशु मेला किसानों के लिए पशु खरीदने और बचने के लिए अच्छा अवसर होता है। ऐसे ही एक पशु मेले का आयोजन राजस्थान के करौली जिले में किया जाता है। हर साल की तरह इस साल भी 12 से 20 फरवरी तक करौली जिले में श्री शिवरात्रि पशु मेला आयोजित किया जायेगा। इच्छुक किसान यहाँ से अपने लिए उन्नत नस्लों के पशु खरीद सकते हैं।
पशु मेले में पशु खरीदने जा रहे किसानों को कुछ नियमों का पालन करना होगा। इसमें माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पशु मेले में पशु खरीदने के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करना जरूरी है। जिनमें जमाबंदी की नकल, पहचान पत्र की प्रति, क्रय किये गये पशु को कृषि कार्य अथवा दुग्ध उत्पादन में उपयोग लेने का शपथ पत्र आदि दस्तावेज शामिल हैं।
देना होगा पशु स्वास्थ्य प्रमाण पत्र
पशु मेले में पशु की खरीद करने वाले को पशु को ईयरटेक लगवाना एवं पशु स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी जारी करवाना आवश्यक किया गया है। साथ ही पशु के परिवहन के लिए बड़े ट्रक (142 इंच व्हील बेस) में 6 बड़े पशुओं से अधिक नहीं होने चाहिए तथा वाहन में इन मवेशियों के पैरों के नीचे कुशन एवं साईड में बोरी अथवा टाट लटकाने होंगे ताकि उनकी खाल नहीं छिले। पशु परिवहन के समय वाहन के साथ मवेशियों की देखभाल एवं चारा पानी के लिए श्रमिक सहायक भी होना जरूरी है। पशुओं का लदान एवं उतार चढ़ाव ढलान वाले रैम्प पर करना होगा। इसके अलावा 3 वर्ष से कम आयु के गौवंश को राज्य से बाहर ले जाने की अनुमति नहीं दी जायेगी।