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शुक्रवार, मार्च 29, 2024
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बजट 2022-23: जानिए इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में यूरिया एवं अन्य उर्वरकों की सब्सिडी पर कितना खर्च करेगी सरकार

यूरिया एवं अन्य उर्वरक के लिए बजट में प्रावधान

केन्‍द्रीय वित्‍त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केन्‍द्रीय बजट 2022-23 पेश किया। बजट में अलग-अलग क्षेत्रों में चल रही सरकारी योजनाओं पर किया जाने वाला सरकारी खर्च का ब्यौरा शामिल है | देश में किसान फसल उत्पादन के लिए रासायनिक उर्वरक का उपयोग सबसे ज्यादा करते हैं, इसका सीधा असर फसलों की लागत एवं किसानों की आय पर पढता है | खरीफ तथा रबी सीजन में देश में उर्वरक की कमी गई है| इसका मुख्य कारण उर्वरक के मूल्य में आये वृद्धि को माना जा रहा है |

पिछले वर्ष केन्द्रीय बजट 2021-22 में रासायनिक उर्वरकों पर दी जाने वाली सब्सिडी के लिए 79529.68 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया था | लेकिन उर्वरक के कच्चे माल तथा आयत किये हुए उर्वरक के मूल्य में आई वृद्धि के कारण केंद्र सरकार को उर्वरक की बजट में वृद्धि करना पड़ा था | वित्त वर्ष 2021–22 के खरीफ, रबी तथा अन्य फसलों के लिए रासायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी के लिए बजट बढाकर 140122.32 करोड़ रुपये कर दिया था | जिसके कारण किसानों को यूरिया, डीएपी तथा अन्य पोषक युक्त उर्वरकों को पुराने कीमतों पर मिलने लगे थे |

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आज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने केन्द्रीय बजट पेश करते हुए पिछले वर्ष के उर्वरक विभाग के संशोधित बजट में लगभग 35 हजार करोड़ रूपये की कटौती कर दी है | वित्त वर्ष 2022–23 के लिए केन्द्रीय वित्त मंत्री ने उर्वरक विभाग के लिए कुल 105262.23 करोड़ रूपये का बजट रखा गया है |

क्या है इस वर्ष यूरिया एवं अन्य पोषक तत्वों पर सब्सिडी के लिए बजट

जहाँ पिछले वर्ष यूरिया सब्सिडी के लिए 75930.32 करोड़ रूपये खर्च किये गये थे वहीँ इस वर्ष की बजट में कटौती करते हुए 63222.32 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है | वहीँ पोषक तत्व आधारित उर्वरक सब्सिडी के लिए पिछले वर्ष 64192 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे वहीँ इस वर्ष बजट में कटौती करते हुए 42000 करोड़ रुपये का प्रावधान अभी किया गया है |

इसके कारण किसानों को उर्वरक पर मिलने वाली सब्सिडी में कटौती की जा सकती है या किसानों को अधिक मूल्यों पर यूरिया एवं अन्य खाद खरीदना पड़ सकता है | इसके अलावा इस वर्ष सरकार द्वारा जैविक कृषि पर भी जोर दिया जा रहा है जिससे देश में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम किया जा सके |

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देश में उर्वरकों की कुल खपत

देश में रासायनिक उर्वरकों में यूरिया, डीएपी, एमओपी तथा एनपीके का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है | रबी, खरीफ तथा अन्य फसलों को मिलाकर सभी उर्वरकों की देश में कुल खपत इस प्रकार है :-

  • यूरिया – 356.527 लाख मैट्रिक टन
  • डीएपी – 123.897 लाख मैट्रिक टन
  • एमओपी – 37.104 लाख मैट्रिक टन
  • एनपीके – 122.737 लाख मैट्रिक टन

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