Home पशुपालन व्यावसायिक डेयरी फार्म के लिये गाय अथवा भैंस की नस्ल का चुनाव...

व्यावसायिक डेयरी फार्म के लिये गाय अथवा भैंस की नस्ल का चुनाव कैसे करें

व्यावसायिक डेयरी फार्म के लिये गाय अथवा भैंस की नस्ल का चुनाव कैसे करें

गाय

  • बाज़ार में अच्छी नस्ल व गुणवत्ता की गायें उपलब्ध है व इनकी कीमत प्रतिदिन के दूध के हिसाब से 1200 से 1500 रूपये प्रति लीटर होती है। उदाहरण के लिये 10 लीटर प्रतिदिन दूध देनेवाली गाय की कीमत 12000 से 15000 तक होगी।
  • यदि सही तरीके से देखभाल की जाए तो एक गाय 13 – 14 महीनों के अंतराल पर एक बछडे क़ो जन्म दे सकती है।
  • ये जानवर आज्ञाकारी होते है व इनकी देखभाल भी आसानी से हो सकती है। भारतीय मौसम की स्थितियों के अनुसार होलेस्टिन व जर्सी का संकर नस्ल सही दुग्ध उत्पादन के लिये उत्तम साबित हुए है।
  • गाय के दूध में वसा की मात्रा 3.5 से 5 प्रतिशत के मध्य होता है व यह भैंस के दूध से कम होता है।

भैंस

  • भारत में हमारे पास सही भैंसों की नस्लें है, जैसे मुर्रा और मेहसाणा जो कि व्यावसायिक फार्म की दृष्टि से उत्तम है।
  • भैंस का दूध बाज़ार में मक्खन व घी के उत्पादन के लिये मांग में रहता है क्योंकि इस दूध में गाय की दूध की अपेक्षा वसा की मात्रा अधिक होती है। भैंस का दूध, आम भारतीय परिवार में पारंपरिक पेय, चाय बनाने के लिये भी इस्तेमाल होता है।
  • भैंसों को फसलों के बाकी रेशों पर भी पोषित किया जा सकता है जिससे उनकी पोषणलागत कम होती है।
  • भैंस में परिपक्वता की उम्र देरी से होती है और ये 16-18 माह के अंतर से प्रजनन करती है। नर भैंसे की कीमत कम होती है।
  • भैंसो को ठन्डा रखने के साधनों की आवश्यकता होती है, जैसे ठन्डे पानी की टंकी, फुहारा या फिर पंखा आदि।

महत्वपूर्ण बातें

भारतीय स्थिति के अनुसार किसी व्यावसायिक डेयरी फार्म में न्यूनतम 20 जानवर होने चाहिये जिनमें 10 भैंसें हो व 10 गायें। यही संख्या 50:50 अथवा 40:60 के अनुपात से 100 तक जा सकती है।  इसके पश्चात् आपको अपने पशुधन का आकलन करने के बाद बाज़ार मूल्य के आधार पर आगे बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिये।

  • मध्य वर्गीय, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भारतीय जनमानस सामन्यतः कम वसा वाला दूध ही लेना पसंद करते है।  इसके चलते व्यावसायिक दार्म का मिश्रित स्वरूप उत्तम होता है। इसमें संकर नस्ल, गायें और भेंसे एक ही छप्पर के नीचे अलग अलग पंक्तियों में रखी जाती है।
  • जितना जल्दी हो सके, बाज़ार की स्थिति देखकर तय कर लें कि आप दूध को मिश्रित दूध के व्यापार के लिये किस से स्थान का चुनाव करेंगे। होटल भी आपके ग्राहकी का 30 प्रतिशत हो सकते है जिन्हे भैंस का शुद्ध दूध चाहिये होता है जबकि अस्पताल व स्वास्थ्य संस्थान शुद्ध गाय का दूध लेने को प्राथमिकता देते है।

Notice: JavaScript is required for this content.

2 COMMENTS

  1. Sir Apne desi cow Ko chhor k baki sari jarsi ya koi v cow ka milk pine layak nhi hota hai… DD Kishan ka ek episode v YouTube pe hai aap dekh sakte hai ki A1 milk aur A2 milk me kya diff hai A1 milk poison se kam nhi hai fir v aap aisi cow Ko palne Ko kyu Bolte hai?? Maine bohot sari videos bhi dekha hai jaha ye videshi nasal ki cow Ko palne k liye kaha jata hai kyuki ye 10-12 ltr milk per day deti hai but actually ye milk nhi hai isse bohot sari bimari Hoti hai Apne Bharat me gir cow hai uski jankari aaplog nhi dete hai wo v to per day 10 ltr tak milk deti hai aur uska milk v A2 hai Jo ki best hai lab tested hai..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
यहाँ आपका नाम लिखें

Exit mobile version