पशुपालन ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने का अच्छा जरिया है। जिसमें युवा बकरी पालन व्यवसाय को कम लागत में शुरू कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। जिसको देखते हुए सरकार द्वारा युवाओं को बकरी पालन के लिए अनुदान के साथ ही प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कड़ी में राजस्थान के बूंदी जिले के कृषि विज्ञान केंद्र श्योपुरिया बावड़ी पर आर्या परियोजना के अंतर्गत बकरी पालन पर 18 से 14 मार्च के दौरान 7 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें जिले के 35 युवा प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष प्रो. हरीश वर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए भारत सरकार द्वारा संचालित आर्या परियोजना की जानकारी देने के साथ ही प्रशिक्षण पश्चात् बकरी पालन को व्यवसाय के रुप में अपनाकर स्वरोजगार का साधन बनाने की सलाह दी।
बकरी पालन प्रशिक्षण में दी गई यह जानकारी
प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. घनश्याम मीना ने प्रशिक्षण के दौरान पशुपालक प्रशिक्षणार्थियों को बकरी में होने वाले रोगों की रोकथाम, बकरी की उत्तम नस्लें, गर्भावस्था के दौरान देखभाल, बकरियों में आहार व्यवस्था, बकरी का आवास, बकरियों के लिए आहार व चारा प्रबन्धन, टीकाकरण, चारे के लिए वृक्षारोपण, वर्ष भर चारा उत्पादन, पशु आहार बनाने के बारे में जानकारी देने के साथ ही बकरी का वजन तौलना, डी वार्मिंग (कीड़े मारने की दवाई पिलाना), टीकाकरण का समय तथा टीकाकरण की विधि, खुर काटना, उम्र का निर्धारण, आहार बनाना, टेग लगाना, बकरी के दूध से उत्पाद जैसे पनीर, मावा बनाना, रिकॉर्ड रखना, प्रसंस्करित उत्पाद जैसे मांस को पैक कर दूसरे स्थान पर भेजना संबंधित प्रायोगिक जानकारी दी।
इस दौरान पशुपालन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार मीणा ने बकरियों में होने वाले विभिन्न रोगों तथा उपचार के बारे में बताया तथा बकरी पालन के विभिन्न तरीकों के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जितेन्द्र सिंह ने पशुओं में बंध्यता निवारण और बकरी पालन में कृत्रिम गर्भाधान के विषय पर जानकारी दी।
बकरी पालन के लिए ऋण और योजनाओं की दी गई जानकारी
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नाबार्ड के जिला महाप्रबंधक राजकुमार ने बैंकिंग, जमायें, ऋण लेने में आने वाली कठिनाइयों का समाधान करते हुए डिजिटल बैंकिंग व पशुपालन की राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के तहत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की जानकारी दी। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता दीपक कुमार ने “राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना” की जानकारी देते हुए बकरी पालन में उपयोग की जाने वाली दवाईयों और कृषि विज्ञान केन्द्र की बकरी पालन इकाई का भ्रमण कराकर प्रायोगिक जानकारी दी।
Bakri palan karna hai
सर अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र या प्रखंड या जिले के पशु निदेशालय में संपर्क करें। कृषि विज्ञान और कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं।
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Mere ko bakri palan acchi Lag Rahi
सर यदि बकरी पालन के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं तो अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र में या सरकारी पशु चिकित्सालय या जिला पशु पालन विभाग में संपर्क करें।
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