पान की खेती अनुदान पर करने के लिए आवेदन
उत्तर भारत में पान का उपयोग पूजा और शौक से खाने के लिए किया जाता है | देश में जितनी कम क्षेत्रफल में इसकी खेती किया जाता है उतनी ही इसकी खेती खर्चीली है | अच्छे लाभ के लिए पान की खेती में अन्त: शस्य की फसलों का उत्पादन किया जाना आवश्यक है | इसकी खर्चीली खेती के कारण केंद्र तथा राज्य सरकार मिलकर सब्सिडी दे रही है | इसकी की पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |
यह योजना की राज्य के लिए है ?
केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत अलग अलग घटक को शामिल किया गया है | राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत पान की खेती के लिए उच्च तकनीक से पान की खेती कार्यक्रम के तहत सब्सिडी दी जाती है | यह उन सभी राज्यों में चलाई जा रही है जहाँ पहले से पान की खेती किया जा रहा है जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश इत्यादी |मध्य प्रदेश ने राज्य के कुछ जिलों के किसानों के लिए पान की खेती पर सब्सिडी देने हेतु आवेदन आमंत्रित किये हैं |
योजना किन –किन जिलों के लिए हैं ?
मध्य प्रदेश में 51 जिले हैं लेकिन सभी जिलों में पान की खेती नहीं की जा सकती है, इसलिए यह योजना पन्ना, कटनी, दमोह, सागर जिलों के लिए है |
योजना पर कितना सब्सिडी है ?
उच्च तकनीक से पान की खेती हेतु 500 वर्ग मीटर में परियोजना के प्रावधान अनुसार पान बरेजा बनाने एवं पान की खेती करने हेतु इकाई लागत राशि रूपये 1.20 लाख पर 35 प्रतिशत अनुदान राशि रु. 0.42 लाख देय है |
योजना के लाभ के लिए किसान की पात्रता क्या है ?
यह योजना सभी वर्ग के लिए है | इसका मतलब यह हुआ की सामन्य, अनुसूचित , अनुसूचित जनजाति के किसान आवेदन कर सकते हैं लेकिन सभी किसान को एक समान अनुदान का लाभ मिलेगा |
अनुदान हेतु आवेदन कब करना है ?
मध्य प्रदेश के दमोह, कटनी, पन्ना तथा सागर जिले के किसान 28/09/2019 को दिन 11 बजे से आवेदन कर सकते हैं |
सब्सिडी हेतु आवेदन कहाँ करें
पान की खेती हेतु सब्सिडी के लिए आवेदन उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मध्यप्रदेश के द्वारा आमंत्रित किये गए हैं अत; किसान भाई यदि योजनाओं के विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं तो उद्यानिकी एवं विभाग मध्यप्रदेश पर देख सकते हैं | मध्यप्रदेश में किसानों को आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पंजीयन उद्यानिकी विभाग मध्यप्रदेश फार्मर्स सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम पर जाकर कृषक पंजीयन कर सकते हैं | किसान कीओस्क पर जाकर अथवा एमपी ऑनलाइन पर जाकर पंजीयन करें जहाँ eKYC (उंगलियों के निशान) सत्यापन कर सकें |