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गुरूवार, अप्रैल 18, 2024
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75 प्रतिशत की सब्सिडी पर मिट्टी जाँच प्रयोगशाला खोलने के लिए 11 मार्च तक करें आवेदन

अनुदान पर मिट्टी जांच प्रयोगशाला हेतु आवेदन

कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए किसानों को उनके खेत की मिट्टी के बारे में जानकारी होना जरुरी है जिससे किसान सही मात्रा में खाद उर्वरक का प्रयोग कर सकें एवं उचित किस्म की फसलों की खेती मिट्टी के अनुरूप कर सकें | केंद्र सरकार के द्वारा इसके लिए सभी किसानों के खेत की मिट्टी की जांच हेतु स्वाइल हेल्थ कार्ड बनाने की योजना चलाई जा रही है | साइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत किसानों को समय समय पर उसकी मिट्टी की जाँच कर उसके बारे में वैज्ञानिकों द्वारा उचित परामर्श दिया जाता है | जिसका लाभ लेकर किसान उचित मात्रा में खाद-उर्वरक का प्रयोग कर कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें | इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सर्जन करने के उद्देश से सरकार द्वारा मिट्टी जांच की प्रयोगशाला खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है | ताकि किसान पास में ही अपने मिट्टी की जाँच सुविधा पूर्वक करवा सकें एवं वहां के लोगों को रोजगार भी मिल सके |  

अभी बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा की राज्य के सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है | इसके लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है | मिट्टी जांच के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में मिट्टी जांच की प्रयोगशाला स्थापित की गई है | सरकार द्वरा मिट्टी की गुणवत्ता में सुधर एवं किसानों की आय में व्रध्ही करने के उद्देश्य से निजी क्षेत्रों में भी ग्राम स्तर पर मिट्टी जांच प्रयोगशाला (मिनी लैब) की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है | इस योजना का लाभ लेने के लिए 11 मार्च, 2020 तक अपना आवेदन अपने जिला कृषि पदाधिकारी के कार्यालय में जमा कर सकते हैं |

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मिट्टी जाँच प्रयोगशाला हेतु दी जाने वाली सब्सिडी

सरकर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी जांच प्रयोगशाला (मिनी लैब) की स्थापना करने के उद्देश से किसानों को अनुदान दे रही है, योजना के अंतर्गत लैब की लागत 5 लाख रुपये की है | इसमें से चयनित लाभार्थी को को 75 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा शेष 25 प्रतिशत का अंश लाभार्थी को स्वयं  ही देना होगा | इन प्रयोगशालाओं को स्वास्थ्य कार्ड योजना  के लक्ष्य एवं वित्त पोषण से जोड़ा जाएगा |

साइल हेल्थ कार्ड (Soil Health card Scheme) योजना के लिए आवेदन कौन कर सकता है ?

इस योजना का लाभ लेने के लिए यह लोग आवेदन कर सकते हैं:- एग्री क्लिनिक, कृषि व्यवसायी केंद्र , कृषि उद्यमी, भूतपूर्व सैनिक, स्वयं सहायता समूह , कृषि उत्पादक संगठन ,फार्मर जॉइंट ग्रुप, कृषि उत्पाद कम्पनी, फार्मर जॉइंट ग्रुप, कृषक सहकारी समितियां, पैक्स, खुदरा उपादान विक्रेता, स्कूल या कॉलेज ले सकते हैं |

मिट्टी जांच प्रयोगशाला का लाभ लेने के लिए आवेदन कहा करें ?

मिनी लैब प्रयोगशाला हेतु आवेदन के लिए किसानों को ऑफलाइन आवेदन करना होगा | 11 मार्च, 2020 तक अपना आवेदन अपने जिला कृषि पदाधिकारी के कार्यालय में जमा कर सकते हैं | अधिक जानकरी के लिए इच्छुक व्यक्ति ब्लॉक या जिले में सम्पर्क कर सकते हैं |

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खेत की मिट्टी की जांच क्यों आवश्यक है ?

किसान अधिक उपज प्राप्त करने के लिए मिट्टी की स्वस्थ्य का ध्यान रखे बगैर अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का प्रयोग कर रहे हैं, जिसके कारण एक और जहाँ दिनों-दिन मिट्टी का स्वास्थ्य ख़राब हो रहा है, वहीँ दूसरी और मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है | अनावश्यक रासयनिक उर्वरकों के क्रय के कारण कृषि लागत मूल्य भी बढ़ता जाता है, जिससे किसानों को कृषि उत्पादन में शुद्ध लाभ काफी कम होता है | इन सभी बातों को ध्यान में रखकर सरकार द्वारा अधिक-से अधिक संख्या में ग्राम स्तर पर मिट्टी जांच परयोग्शालाओं (मिनी लैब) की स्थापना का निर्णय लिया गया है |

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