अन्ना का अनशन खत्म, सरकार ने मानी 95% मांगें
अन्ना हजारे और सरकार के बीच सहमति बन गई है. इसके बाद अन्ना गुरुवार को अपना अनशन समाप्त कर दिया. रामलीला मैदान में अन्ना हजारे का जनसत्याग्रह आंदोलन चल रहा था | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई लोगों की उपस्थिति में अन्ना ने अपना भूख हड़ताल खत्म किया | महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अन्ना हजारे को जूस पिला कर अनशन खत्म करवाया | इस अवसर पर अन्ना हजारे ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने हमारी सारी मांगें मान ली हैं. सरकार ने हमसे तीन महीने के वक्त मांगा है, जिसे हमने दिया है | सरकार ने लोकपाल को प्रधानमंत्री, सांसदों, मंत्रियों और विधायकों पर कार्रवाई की शक्तियां दिलाने का वादा किया है | अन्ना ने कहा है की देशवासियों के लिए खुशी की खबर है की ड्राफ्ट की जांच के उपरांत मैंने पाया कि 95% मांगों को केंद्र सरकार ने मान लिया है। 5% मांगें संसद में बिल लाकर पूरी की जा सकतीं हैं जिसके लिए सरकार ने आश्वासन दिया है।
देशवासियों के लिए खुशी की खबर।
ड्राफ्ट की जांच के उपरांत मैंने पाया कि 95% मांगों को केंद्र सरकार ने मान लिया है।
5% मांगें संसद में बिल लाकर पूरी की जा सकतीं हैं जिसके लिए सरकार ने आश्वासन दिया है।
भारत माता की जय????????
— Anna Hazare (@KBAnnaHazare) March 29, 2018
अन्ना ने इस मौके पर अनशन में पधारे सभी किसान भाई जो मेरे से पहले से भी अनशन कर रहे थे, एवं मेरे साथ अनशन पर बैठे पंजाब,उ०प्र०, हरियाणा,महाराष्ट्र ,उड़ीसा, आसाम, अरुणाचल प्रदेश सहित देश के विभिन्न कोनों से आये हुए सभी किसान भाइयों का शुक्रिया अदा किया ।
वहीं अन्ना हजारे की मुख्य मांगों में केंद्र में लोकपाल की नियुक्ति, सभी राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति, सरकार के नियंत्रण वाले कृषि मूल्य आयोग, चुनाव आयोग, नीति आयोग के साथ-साथ अन्य आयोगों सरकारी नियंत्रण से हटाना शामिल है | उनकी मांग इन्हें संवैधानिक दर्जा दिलाने की है | साथ में सिटिजन चार्टर लागू करना, किसानों का ऋण माफी करना, स्वामिनाथन आयोग की सिफारिश लागू करना और 60 साल के किसानों को पेंशन दिलाने के लिए सरकार से प्रावधान करने को कहा है और यह भी कहा है की यदि सरकार इन्हें नहीं करती तो वे दोबारा से अनशन करेंगे |