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मंगलवार, जनवरी 14, 2025
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पशुओं का घर बैठे होगा इलाज, सरकार ने शुरू की 534 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई

किसानों को घर बैठे ही उनके पशुओं के इलाज के लिए सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा किया योजनाएँ शुरू की गई हैं। इस कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर का अनावरण कर उद्घाटन किया और साथ ही 534 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों (वाहनों) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा मोबाइल स्क्रीन को क्लिक कर बिहार पशु पालक एप एवं किसान पशुपालक एप का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इससे पहले मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों का मुआयना कर इनमें उपलब्ध करायी गई सुविधाओं एवं पशुपालकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।

बीमार पशु का होगा घर पर इलाज

इन सभी 534 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों (वाहनों) एवं मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर का उद्देश्य पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा (डोर स्टेप पशु चिकित्सा सेवा) उपलब्ध कराना है। पशु पालकों को अपने बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए राज्य के सभी 534 प्रखंडों हेतु एक-एक मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के परिचालन की व्यवस्था की गई है।

मोबाइल पशु चिकित्सालय के संचालन से दूर-दराज के इलाक़ों से बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाइयों से राहत मिलेगी और बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय लाने में लगने वाले समय और खर्च की बचत होगी। इसके साथ ही अस्वस्थ पशुओं को त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा संभव हो सकेगी। पशुओं के स्वास्थ्य एवं उत्पादकता में सुधार लाया जा सकेगा। पशुओं में संक्रामक रोग फैलने की स्थिति में रोग की त्वरित जाँच एवं प्रभावी नियंत्रण भी किया जा सकेगा तथा पशुपालकों के बीच विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

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मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (वाहन) में मिलेगी यह सुविधाएँ

मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (वाहन) जीपीएस सुविधायुक्त सुसज्जित वाहन है जिसमें पशु रोगों की पहचान, पशु चिकित्सा एवं लघु सर्जरी, ऑडियो विजुअल प्रचार के लिए आवश्यक उपकरण के साथ पशुओं की चिकित्सा के लिए आवश्यक दवा इत्यादि के साथ कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध रहेगी। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई में एक पशु चिकित्सक, एक पशु चिकित्सा सहायक एवं एक चालक-सह-परिचारी की व्यवस्था की गई है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई का परिचालन प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा।

मोबाइल पर मिलेगी पशु चिकित्सा सेवा

पशुपालकों की सुविधा हेतु कॉल सेंटर की स्थापना राज्य स्तर पर पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्था, पटना के परिसर में की गई है। कॉल सेंटर में 4 अनुभवी चिकित्सकों एवं 12 कॉल सेंटर एक्ज़ीक्यूटिव की व्यवस्था की गई है। साथ ही एक मोबाइल एप भी विकसित किया गया है। पशु पालक अपने मोबाइल पर एप को डाउनलोड कर पशु चिकित्सा सेवाओं हेतु संपर्क कर सकते हैं। राज्य के पशु पालक प्रत्येक कार्य दिवस में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक की अवधि में कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर 1962 पर काल कर या मोबाइल एप के माध्यम से सेंटर में पशु चिकित्सा हेतु संपर्क कर सकते हैं।

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जिसके बाद आवश्यकतानुसार मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई पशुपालकों के घर पर पशु चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराएगी। कॉल सेंटर में टेलीमेडिसिन की भी व्यवस्था है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई में कार्यरत पशु चिकित्सकों के द्वारा आवश्यकतानुसार ऑडियो अथवा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कॉल सेंटर में कार्यरत पशु चिकित्सकों से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के द्वारा प्रत्येक कार्य दिवस में 2 गाँव का भ्रमण किया जाएगा एवं शिविर के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा तथा विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

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