गलघोंटू एवं मुंहखुर टीकाकरण अभियान
पशु पालन में अधिक आय के लिए पशुओं का स्वस्थ रहना अतिआवश्यक है, पशुओं को स्वस्थ्य रखने एवं उन्हें कई जानलेवा बिमारियों से बचाने के उनका टीकाकरण किया जाता है | इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों के द्वारा समय-समय पर टीकाकरण अभियान चलाया जाता है | ऐसा ही एक अभियान हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग के द्वारा शुरू किया गया है | इस अभियान में राज्य के पशुओं को गलघोंटू व मुंहखुर जैसे रोगों का टीकाकरण किया जायेगा |
हरियाणा पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग द्वारा चलाए जा रहे गलघोंटू व मुंहखुर टीकाकरण अभियान के तहत पशु चिकित्सकों के नेतृत्व में गठित की गई 28 टीमों द्वारा घर-घर जाकर पशुओं के टैग लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है। इस अभियान में पशुओं को टैग लगाने के साथ-साथ पशुओं का रजिस्ट्रेशन भी ऑनलाइन किया जा रहा है, जिससे पशुपालकों को कई सुविधाएँ मिल सकेंगी।
गायों और भैंसों को लगाया जायेगा टैग
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के तहत राज्य में गायों और भैंसों की टैगिंग की जाएगी ताकि पशुपालक टीकाकरण व अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकें। मुंहखुर व गलघोंटू की संयुक्त वैक्सीन लगाई जा रही है क्योंकि गलघोंटू एक जानलेवा बीमारी है और मुंहखुर के कारण पशु के दूध देने की क्षमता घट जाती है जिससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इस वैक्सीन का टीकाकरण हो जाने पर पशु काफी हद तक सुरक्षित हो जाते हैं।
इन पशुओं का किया जायेगा टीकाकरण
4 माह से छोटे बछड़े, बछडिय़ों व 7 माह से अधिक गाभिन पशुओं को छोडक़र सभी गायों, भैंसों का टीकाकरण किया जायेगा जिससे पशुधन का मुंहखुर तथा गलघोटू जैसी संक्रामक बीमारियों से बचाव सुनिश्चित हो सकें।
Hame Terektar chahiya
सर बिहार में ट्रेक्टर अभी किसानों को सब्सिडी पर नहीं दिया जाता है |
कौन गेहूं सबसे अच्छा है इस समय
https://kisansamadhan.com/crops-production/rabi-crops/wheat-farming/ सर दी गई लिंक पर गेहूं की किस्में एवं उनकी विशेषताओं की जानकारी देख सकते हैं |