पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ ही पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में राजस्थान सरकार राज्य में हर साल की तरह इस साल भी 14 जनवरी से 30 जनवरी 2025 तक पशु कल्याण पखवाड़े का आयोजन करेगी। इस संबंध में राज्य के पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पखवाड़े के दौरान विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्यों के साथ-साथ जीव जन्तुओं के प्रति प्रेम व दया भाव जाग्रत करने की दृष्टि से विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर आमजन को जागरूक करने का प्रयास करेंगे।
पशुपालकों को किया जाएगा लाभान्वित
पशुपालन मंत्री ने बताया कि इस अवसर पर पशुपालक गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा, जिसमें पशुपालकों को सामान्य रोगों की जानकारी के साथ पशु क्रूरता निवारण के उपायों, उचित पशु प्रबन्धन एवं पशु कल्याण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जायेगी। सम्पूर्ण प्रदेश में बांझपन निवारण, पशु शल्य चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर अधिकाधिक संख्या में पशुओं को लाभान्वित भी किया जायेगा।
पखवाड़े के दौरान पशु चिकित्सकों द्वारा राज्य की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में व्याख्यानों के माध्यम से जीव जन्तुओं के प्रति पशु क्रूरता निवारण पर जानकारी दी जायेगी। साथ ही शिक्षण संस्थाओं के सहयोग से पशु कल्याण विषय पर आधारित चित्रकला एवं वाद विवाद प्रति-योगितायें भी आयोजित की जायेंगी। पशु कल्याण पखवाड़े के दौरान आगामी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस एवं 30 जनवरी सर्वोदय दिवस के अवसर पर राज्य में पशु पक्षियों का वध तथा मांस बिक्री अनिवार्य रूप से प्रतिबन्धित रहेगी।