फसलों के नुकसान का मुआवजा देने के लिए राशि
ख़रीफ़ सीजन में अलग-अलग राज्यों में किसानों को भारी बारिश, जलभराव एवं कीट-रोगों के चलते फसलों को काफ़ी नुक़सान हुआ था | किसानों को हुए इस नुक़सान की भरपाई के लिए राज्य सरकारों के द्वारा फसलों की गिरदावरी कर मुआवज़ा देने के लिए आदेश दिए गए थे| इसी क्रम में हरियाणा के किसानों को हर प्रकार से जोखिम फ्री बनाने और उनके कल्याण को सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप राज्य सरकार ने प्रदेश में हुई भारी वर्षा, जलभराव तथा कीट हमलों से हुए फसलों के नुकसान का मुआवजा देने के लिए 561.11 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इस राशि को क्रमानुसार किसानों को वितरित किया जा रहा है।
इन फसलों के नुक़सान का दिया जाएगा मुआवजा
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में भारी वर्षा, जलभराव तथा कीट हमलों से कपास, मूंग, धान, बाजरा तथा गन्ना की फसलों को हुए नुकसान के आंकलन हेतू सभी आयुक्तों व उपायुक्तों को विशेष गिरदावरी खरीफ 2021 के आदेश दिये गये थे। इस सम्बन्ध में सम्बन्धित मण्डल आयुक्त के माध्यम से उपायुक्तों ने फसल खराबा रिपोर्ट सरकार को भेज दी है और सरकार ने मुआवजा के तौर पर 561.11 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी है।
इन ज़िलों के किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
किसानों को फसल खराबे का मुआवजा देने हेतु हिसार जिले के लिए 172.32 करोड़ रुपये, भिवानी के लिए 127.02 करोड़ रुपये, फतेहाबाद के लिए 95.29 करोड़ रुपये, सिरसा के लिए 72.86 करोड़ रुपये, चरखी दादरी के लिए 45.24 करोड़ रुपये, झज्जर के लिए 24.51 करोड़ रुपये, सोनीपत के लिए 12.26 करोड़ रुपये, रोहतक के लिए 10.45 करोड़ रुपये, पलवल जिला के लिए 58.28 लाख रुपये, नूंह के लिए 52.05 लाख रुपये, करनाल जिले के लिए 3.78 लाख रुपये और गुरुग्राम के लिए 10 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
15 हज़ार रुपए प्रति ऐकड़ की दर से दिया जायेगा मुआवजा
बेमौसमी बारिश और अन्य कारणों से कई बार फसल खराब होने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। किसानों को उचित मुआवजा देने के मद्देनजर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल की में फसल मुआवजा राशि को 12,000 रुपये प्रति एकड़ से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने का ऐलान किया था। इसके साथ ही इस राशि से कम के मुआवजे के स्लैब में भी 25 प्रतिशत की वृद्धि करने की घोषणा की थी, जिसके अनुसार ही राज्य के किसानों को फसल क्षति का मुआवजा दिया जाएगा |
Farmer mathura
http://upagriculture.com पर पंजीयन करें, जब आवेदन होंगे तब आवेदन करें।