पशु उपचार एंबुलेंस सेवा
देश में पशुपालन किसानों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आय एवं रोजगार का एक अच्छा ज़रिया है, परंतु यह एक जोखिम भरा व्यवसाय है। इस व्यवसाय में पशु यदि स्वस्थ है तो यह काफ़ी लाभकारी है परंतु यदि पशु बीमार है तो पशुपालक को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में बीमार पशुओं को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए राज्य सरकारों के द्वारा एंबुलेंस सेवा शुरू की जा रही है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार भी राज्य में पशुओं के उपचार के लिए जल्द 200 एंबुलेंस शुरू करने जा रही है।
हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने कहा कि प्रदेश की डायल 112 योजना की तर्ज पर जल्द ही पशु उपचार एंबुलेंस सेवा आरंभ की जाएगी। पशुपालन व्यवसाय में जोखिम को कम करने के लिए आरंभ की जाने वाली पशु उपचार एंबुलेंस सेवा केंद्रीकृत होगी, जिसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा।
पशु उपचार के लिए तैनात की जाएँगी 200 एंबुलेंस
पशुपालन एवं डेयरी मंत्री ने कहा कि पशु उपचार एंबुलेंस सेवा के लिए शुरुआत में 200 एंबुलेंस तैनात की जाएगी, जिनमें पशु चिक्तिसक व स्टॉफ के साथ-साथ जरूरी दवाएं उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने कहा कि पशुपालक द्वारा हेल्पलाइन पर उपचार एंबुलेंस सेवा की मांग करने पर उसके नजदीकी स्थान की एंबुलेंस को मैसेज भेजा जाएगा। इस योजना के तहत पशुपालक तक एंबुलेंस के पहुंचने में लगने वाले समय, उपचार गुणवत्ता तथा पशुपालक की फीडबैक आदि की मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे सब्जी, फल, फूल, बागवानी उत्पादन, पशुपालन व मछली पालन जैसे व्यवसायों को अपनाएं, ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके। ऐसी फसलों पर सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है।