आज के समय में आर्टिफिशियल इंटलिजेंस यानि AI का उपयोग बढ़ता जा रहा है। AI को एक युगपरिवर्तन की तरह देखा जा रहा है। ऐसे में देश के किसान भी AI का उपयोग कर सकें इसके लिए सरकार द्वारा भी इस क्षेत्र में काम किया जा रहा है। लोकसभा में कृषि क्षेत्र में किए जा रहे AI के उपयोग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री राम नाथ ठाकुर ने बताया कि किसानों की सहायता के लिए कृषि क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों का समाधान करने हेतु आर्टिफिशियल इंटलिजेंस यानि AI संबंधी पद्धति को अपनाया है।
कृषि क्षेत्र के इन कामों में हो रहा है AI का उपयोग
- सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के तहत किसानों को आ रही समस्याओं के निदान के लिए एक एआई चैट-बॉट “किसान ई-मित्र” तैयार किया है। यह एक AI संचालित चैट बॉट है, जो पीएम किसान सम्मान निधि योजना के बारे में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने में किसानों की सहायता के लिए विकसित किया गया है। यह समाधान कई भाषाओं का समर्थन करता है और अन्य सरकारी कार्यक्रमों में सहायता में के लिए विकसित हो रहा है।
- इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन के कारण उपज के नुकसान से निपटने के लिए राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली का विकास किया गया है। जो फसलों में कीटों के संक्रमण का पता लागें के लिए ऐ और मशीन लर्निंग का उपयोग करती है, जिससे स्वस्थ फसलों के लिए समय पर हस्तक्षेप संभव हो पाता है।
- कृषि मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि चावल और गेहूं की फसल के लिए उपग्रह, मौसम और मिट्टी की नमी डेटासेट का उपयोग कर फसल स्वास्थ आंकलन और फसल स्वास्थ्य निगरानी के लिए क्षेत्र की तस्वीरों का उपयोग कर AI आधारित विश्लेषण से किया जाता है।