देश में रबी फसलों की बुआई का काम शुरू हो गया है, इसके साथ ही डीएपी, यूरिया और एनपीके सहित अन्य खाद-उर्वरक की माँग बढ़ गई है। ऐसे में किसानों को समय पर डीएपी और एनपीके खाद मिल सके इसके लिए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री जे.पी. नड्डा से 5 अक्टूबर के दिन मुलाकात की। बैठक में कृषि मंत्री ने राज्य में आगामी रबी सीजन के लिए खाद-उर्वरक की आपूर्ति को लेकर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में कृषि मंत्री ने दलहनी, तिलहनी और आलू फसलों की बुआई के साथ-साथ अगले सप्ताह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं की तैयारी पर विशेष रूप से ध्यान दिलाया। उन्होंने यूपी में 15 नवम्बर से 15 दिसंबर के बीच एक साथ गेहूं की बुआई के कार्य को सफलतापूर्वक सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्धता पर ज़ोर दिया।
कृषि मंत्री ने की 6 लाख मीट्रिक टन डीएपी की माँग
बैठक में कृषि मंत्री ने बताया कि अभी उत्तर प्रदेश में 2.34 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 2.63 लाख मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक उपलब्ध है। किसानों में बढ़ती डीएपी की मांग के मद्देनजर कृषि मंत्री ने नवम्बर महीने में कम से कम 6 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 2 लाख मीट्रिक टन एनपीके की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। इसके अलावा सहकारिता क्षेत्र के लिए नवम्बर 2024 में 2.50 लाख मीट्रिक टन डीएपी का विशेष आवंटन और प्रतिदिन कम से कम 8 रैक फास्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति पर भी चर्चा हुई।
कृषि मंत्री ने इफ़को के कांडला प्लांट से पश्चिमी जनपदों के लिए डीएपी की शीघ्र आपूर्ति और पूर्वी एवं पश्चिमी बंदरगाहों पर पर्याप्त रैक की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया। इस पर केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने आश्वासन दिया कि राज्य को उर्वरकों की आपूर्ति में कोई कमी नहीं होगी और किसानों को समय पर उर्वरक मुहैया कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जाएँगे।