किसानों को उचित दामों पर कृषि आदान मिल सकें इसके लिए कृषि विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। इस क्रम में जबलपुर कृषि विभाग द्वारा किसानों से यूरिया को अधिक दाम में बेचने एवं साथ में दवाब डालकर जिंक सल्फर खरीदने मजबूर किये जाने की शिकायत प्राप्त होने पर कृषि अधिकारियों की टीम ने अनुविभागीय अधिकारी कृषि पाटन डॉ. इंदिरा त्रिपाठी के नेतृत्व में शहपुरा विकासखण्ड के अंतर्गत सहजपुर स्थित विभिन्न उर्वरक विक्रय प्रतिष्ठानों का आकस्मिक निरीक्षण किया।
कृषि विभाग ने की कार्यवाही
उप संचालक कृषि डॉ. एस के निगम ने बताया कि कृषि अधिकारियों की टीम ने श्री बालाजी कृषि केंद्र सहजपुर का निरीक्षण कर अधिक रेट पर उर्वरक का विक्रय एवं टैगिंग की शिकायतों को लेकर उपस्थित किसानों से भी पूछताछ की गई। इस दौरान किसानों ने टीम को कोई भी जानकारी नहीं दी। कृषि अधिकारियों ने इस दुकान में रखे उर्वरक का सत्यापन किया और पीओएस मशीन एवं भौतिक स्टाक में भारी अन्तर पाया। साथ ही स्टाक रजिस्टर, बिल बुक आदि भी ठीक से संधारित नहीं पाये गये। इन अनियमितताओं को देखते हुये कृषि अधिकारियों ने दुकान पर उपलब्ध स्टाक की बिक्री तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दुकान संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर समस्त दस्तावेज सहित जवाब तीन दिन के अंदर प्रस्तुत करने का समय दिया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उर्वरक विक्रय लाइसेंस के निलंबन की कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई है।
उप संचालक डॉ. निगम ने बताया कि कृषि अधिकारियों की टीम ने सहजपुर में ही श्री बद्री नारायण एग्रो एजेंसी का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में उर्वरक के फुटकर और थोक दोनों लाइसेंस के स्टॉक को अलग अलग नहीं रखा पाया गया। थोक लाइसेंस के सबंधित दस्तावेजों में जरूरी जानकारी भी संधारित नहीं पायी गई। इस दुकान के संचालक को नोटिस जारी करते हुये बिक्री प्रतिबंधित की गई तथा नोटिस का जबाब तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण टीम में उर्वरक निरीक्षक मेघा अग्रवाल, कृषि विस्तार अधिकारी एस के परतेती एवं बी.एस. ठाकुर भी शामिल थे।