बिहार के पटना जिले के गांधी मैदान पटना में कृषि विभाग, बिहार द्वारा सीआईआई के सहयोग से आयोजित एग्रो बिहार, राज्य स्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेले के 1 दिसंबर के दिन तीन दिन पूरे हो गये हैं। इन तीन दिनों में राज्य के किसान बड़ी संख्या में पूरे जिज्ञासा एवं उत्साह के साथ इस प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं। किसानों द्वारा इस मेला में विभिन्न प्रकार के बड़े एवं छोटे कृषि यंत्रों की खरीददारी बड़ी मात्रा में की गई। सरकार द्वारा उन्हें कृषि यंत्रों पर अनुदान का लाभ भी दिया जा रहा है। यह मेला किसानों के ज्ञानवर्द्धक एवं लाभदायक सिद्ध हो रहा है।
कृषि यंत्रीकरण मेले में कृषि विभाग बिहार के सचिव संजय कुमार अग्रवाल द्वारा लखीसराय जिले के संयुक्त कृषक कृषि साख समिति, डाकरा एवं भूषण सिंह को 08 लाख रुपये अनुदान का चेक तथा सांकेतिक रूप में फ़ार्म मशीनरी बैंक की चाबी प्रदान की गई।
मेले में 59 हजार से अधिक किसानों ने किया भ्रमण
मेले के तीसरे दिन पटना, भागलपुर, बाँका, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, लख़ीसराय, शेखपुरा, जमुई, पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जिले के 3152 किसानों ने भाग लिया। आज तक इस प्रदर्शनी-सह-मेला में राज्य के 59 हजार से अधिक किसान आये। इस मेले में किसी तरह का प्रवेश शुल्क नहीं हैं। कोई भी किसान व्यक्ति स्वेच्छा से इस प्रदर्शनी मेले में भाग ले सकते हैं।
कृषि यंत्रों की बिक्री पर दिया गया 1.42 करोड़ रुपये का अनुदान
कृषि यंत्र मेले के तीसरे दिन 132 कृषि यंत्रों एवं 2 कृषि यंत्र बैंकों के लिए सरकार द्वारा 57.55 लाख रुपये का अनुदान दिया गया। इन कृषि यंत्रों का बाजार मूल्य लगभग 1.50 करोड़ रुपये है। इस प्रकार मेले के 3 दिनों में कुल 438 कृषि यंत्रों का क्रय एवं 09 कृषि यंत्र बैंकों के लिए कुल 1.42 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया।
किसान पाठशाला में किसानों को दिया गया प्रशिक्षण
मेले के तीसरे दिन किसान पाठशाला में प्रतिभागी किसानों को कृषि वैज्ञानिकों एवं विभागीय पदाधिकारियों द्वारा फसल की बुआई से कटाई तक उपयोगी नवीनतम कृषि यंत्रों की जानकारी, उपयोगिता एवं प्रयोग विधि, फलों एवं सब्जियों की वैज्ञानिक खेती से संबंधित जानकारी तथा कृषि क्षेत्र में एग्री ड्रोन की उपयोगिता एवं महत्व से संबंधित तकनीकी जानकारी विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।
इस मेले में भाग लेना चाहता हूँ क्रषि यत्र खरीदने के लिए
सर कृषि यंत्र मेले का समापन 2 दिसंबर को हो गया है।