खाद एवं बीज की मात्रा
खरीफ फसल की बुवाई देश भर में जारी है | भरतीय मौसम विभाग विभाग ने इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा होने की उम्मीद जताई है | जिसके कारण इस वर्ष खरीफ फसल की बुवाई रकबा बढने की उम्मीद है | उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले एक सप्ताह से मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है, जिससे किसानों में काफी उत्साह है और इससे इस वर्ष खरीफ फसलों के रकबा बढ़ने की सम्भावना है |
फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए बीज तथा उर्वरक बहुत ही महत्वपूर्ण है | इसके लिए देश के कई राज्यों ने इसकी पूरी तैयारी कर रखी | इसी क्रम में मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुआ | इसमें बताया गया है कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में बीज तथा उर्वरक उपलब्ध है | वर्ष 2020 के खरीफ वर्ष के लिए राज्य सरकार ने उर्वरक की वितरण, स्टोरेज तथा आपूर्ति कि जानकारी दी गई है, जिससे लॉक डाउन में किसानों को भरोसा देने कि कोशिश है कि राज्य सरकार के पास पर्याप्त उर्वरक तथा बीज कि उपलब्धता है | किसान समाधान इसकी पूरी जानकारी लेकर आय है |
8.25 लाख मीट्रिक टन खाद वितरित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खरीफ के लिए किसानों को अभी तक 8.25 लाख मीट्रिक टन खाद वितरित किया जा चूका है | इसमें 3.69 मीट्रिक टन यूरिया, 3.19 मीट्रिक टन डी.ए.पी. , 0.44 मीट्रिक टन काम्पैक्स, 0.24 मीट्रिक टन एम.ओ.पी. एवं सुपर फास्फेट 0.69 मीट्रिक टन किसानों को वितरित कर दिया गया है |
पर्याप्त खाद उपलब्ध
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में खरीफ 2020 के लिए आज की स्थिति में 5.75 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है तथा 7300 मीट्रिक टन ट्रांजिट में है | इसी प्रकार 5.90 लाख मीट्रिक टन डी.ए.पी. उपलब्ध है तथा 16618 मीट्रिक टन ट्रांजिट में है | इसके अलावा 1.5 लाख मीट्रिक टन यूरिया के अतिरिक्त आवंटन की केंद्र से मांग की गई है , जो हमें जल्द मिल जाएगी
खरीफ 2020 का खाद का लक्ष्य
प्रमुख सचिव श्री अजीत केसरी ने बताया कि खरीफ 2020 के लिए प्रदेश में खाद का कुल लक्ष्य 25 लाख मीट्रिक टन रखा गया है | इसमें यूरिया का लक्ष्य 11 लाख मीट्रिक टन , डी.ए.पी. का 7 लाख मीट्रिक टन, काम्प्लेक्स का 2 लाख मीट्रिक टन, एम.ओ.पी. का एक लाख मीट्रिक टन तथा सुपर फास्फेट का 4 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है |
राज्य में खरीफ फसल की बुवाई अभी तक इस प्रकार हुआ है
मौसम लगभग राज्य के सभी जिलों तक पहुँच गया है , इसके बाबजूद भी पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश नहीं होने के कारण खरीफ फसल की बुवाई पर असर पड़ा है | खरीफ फसल में मूंगफली तथा सोयाबीन प्रमुख फसल है जो पश्चिमी मध्य प्रदेश में बोया जाता है | राज्य सरकार ने राज्य में अभी तक खरीफ फसल की बुवाई तथा लक्ष्य का डेटा जारी किया है , जो इस प्रकार है :-
क्र.सं. | फसल | खरीफ 2020 प्रस्तावित कार्यक्रम (लाख हेक्टेयर ) | बोनी (लाख हेक्टेयर ) |
1. | धान | 31.00 | 1.40 |
2. | मक्का | 16.00 | 2.50 |
3. | अरहर | 4.50 | 0.20 |
4. | उड़द | 17.50 | 0.30 |
5. | मूंग | 2.00 | 0.05 |
6. | अन्य दलहन | 0.10 | 0.02 |
7. | सोयबीन | 60.00 | 10.50 |
8. | मूंगफली | 2.50 | 0.13 |
9. | तिल/रामतिल | 4.50 | – |
10. | कपास | 6.50 | 4.50 |
| योग | 144.50 | 19.7 (14%) |
किसानों खाद बीज समबन्धित समस्या होने पर इस नम्बर पर करें कॉल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की कृषि आदान संबंधित परेशानी होने पर वे कंट्रोल रूम 181 पर सूचित करें | उनकी समस्या तुरंत निदान किया जायेगा |