सहकारी बैंकों में भर्ती
देश में किसानों को उचित दरों पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए सहकारी बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में अधिक से अधिक किसानों को पारदर्शिता पूर्वक सहकारी योजनाओं का लाभ मिल सके इसके लिए सहकारी बैंकों को कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है। जिससे बैंकों में होने वाले काम तेजी आ सके और अधिक से अधिक किसानों को ऋण एवं अन्य सुविधा का लाभ मिल सके।
इसको लेकर राजस्थान के रजिस्ट्रार सहकारिता, श्री मेघराज सिंह रतनू ने कहा कि केन्द्रीय सहकारी बैकों में कम्प्यूटर प्रोग्रामर, प्रबंधक एवं बैंकिग सहायक के रिक्त 551 पदों पर भर्ती की शीघ्र ही विज्ञप्ति जारी की जाएगी, ताकि बैंकों में होने वाले कार्यों में गति आ सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान सहकारी भर्ती बोर्ड को बैंकों में रिक्त पदों पर भर्ती के लिए पदों की सूचना भेजी जा चुकी है।
5 लाख नए किसानों को दिया जाएगा फसली ऋण
सहकारिता रजिस्ट्रार ने जयपुर जिले की ग्राम सेवा सहकारी समिति, धानक्या का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने किसानों को जानकारी दी कि इस वर्ष प्रदेश में 5 लाख नए किसानों को फसली ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से जयपुर जिले में 35 हजार नए किसानों को फसली ऋण का वितरण किया जाएगा और नवम्बर, 2022 तक 12 हजार नए किसानों को फसली ऋण दिया जा चुका हैं। उन्होंने समिति में ऋण वितरण की ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली तथा मौके पर ही समिति ने सदस्य किसान की बॉयोमैट्रिक पद्धति से ऋण से संबंधित प्रक्रिया को पूरा किया।
सहकारी बैंकों से किसानों को दिया जा रहा है ऑनलाइन फसली ऋण
राजस्थान में किसानों को सहकारी बैंकों के माध्यम से ब्याज मुक्त अल्पकालीन फसली ऋण दिया जाता है, इसके लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अपनी विज़िट के दौरान उपस्थित किसानों ने रजिस्ट्रार को मृत किसानों की हिस्सा राशि वापस लेने में पोर्टल से संबंधित आ रही परेशानी से अवगत कराया। किसानों ने ऑनलाइन फसली ऋण वितरण की प्रशंसा की।
कस्टम हायरिंग सेन्टर के बारे में ली जानकारी
रजिस्ट्रार ने किसानों से सहकारी समिति में संचालित हो रहे कस्टम हायरिंग सेन्टर के बारे में जानकारी ली और किसानों को इससे मिल रहे लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा की। केन्द्रीय सहकारी बैंक, जयपुर के प्रबंध निदेशक श्री मदन लाल गुर्जर ने बताया कि समिति द्वारा कस्टम हायरिंग सेन्टर से 2.36 लाख का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जयपुर जिले में 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कस्टम हायरिंग सेन्टर की शुरूआत हुई है तथा इस वर्ष 16 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्वीकृति जारी की गई है।
बिहार मे हारबेस्टर पर सबसिडीसके लिए किसानो को कब सुविधा मिलेगी ,अगर भारत सरकार के माध्यम से कोई योजना है तो किसान समाधान मे शेयर जरूर करे
http://farmech.bih.nic.in/FMNEW/Homenew.aspx दी गई लिंक पर देखें। आप कृषि यंत्र अनुदान हेतु आवेदन कर सकते हैं।