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गुरूवार, मार्च 28, 2024
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1 वर्ष में गोबर खरीदी में हुई 46 प्रतिशत की वृद्धि, अब मात्र 16 दिनों में किसानों ने बेचा 4.91 करोड़ रुपए का गोबर

15 से 31 मई के लिए गोबर खरीदी का भुगतान

सरकार द्वारा किसानों-पशुपालकों की आय बढ़ाने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के सृजन के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इसमें छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही बहुउद्देशीय योजना “गोधन न्याय योजना” शामिल है। योजना के तहत ग्रामीण पशुपालकों से गोबर एवं गोमूत्र की खरीदी की जाती है। जिससे जैविक खाद एवं जैविक कीटनाशक तैयार कर किसानों को दिया जाता है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 5 जून को योजना के हितग्राहियों को 1.31 करोड़ रूपए की राशि का ऑनलाईन अंतरण किया।

इस अवसर मुख्यमंत्री ने किसानों से आगामी खरीफ सीजन में खेती-किसानी में जैविक खाद और जैविक कीटनाशक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की अपील करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गौठनों में जैविक खाद और जैविक कीटनाशक महिला समूहों द्वारा तैयार किए जा रहे हैं। गौठनों में ये उत्पाद भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। इनके उपयोग से जमीन की उर्वरता बढ़ेगी और खेती की लागत भी कम होगी।

गोबर खरीदी का किया गया भुगतान

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में गोधन योजना के हितग्राहियों के खाते में ऑनलाईन 21.31 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की। इस राशि में 16 मई से 31 मई तक गौठानों में क्रय किए गए गोबर के एवज में ग्रामीण पशुपालकों 4.91 करोड़ रूपए तथा गौठान समितियों को 8.98 करोड़ एवं स्व-सहायता समूहों को 6.29 करोड़ रूपए की लाभांश राशि तथा गौठान समितियों ने अध्यक्षों और सदस्यों के मानदेय की 1.13 करोड़ रुपए की राशि शामिल है।

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गोबर खरीदी में हुई 46 प्रतिशत की वृद्धि

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश में 10 हजार 409 गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, इनमें से 98 प्रतिशत, 10 हजार 235 गौठानों का निर्माण पूरा हो गया है। 4 हजार 584 गौठान ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले 15 दिनों में 30 क्विंटल या उससे अधिक गोबर की खरीदी की है। इससे पूर्व के पखवाड़े की तुलना में इतनी अधिक मात्रा में गोबर खरीदने वाले गौठानों की संख्या में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इसी प्रकार पिछले वर्ष 16 से 31 मई 2022 की तुलना में इस वर्ष इसी अवधि में गोबर खरीदी में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रदेश के 05 हजार 911 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। इन गौठानों द्वारा अब तक गोबर खरीदी के एवज में कुल 53 करोड़ 80 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। आज गोबर खरीदी के एवज में जारी की गई 04 करोड़ 91 लाख रुपए की राशि में से 03 करोड़ 05 लाख रुपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा तथा विभाग द्वारा 01 करोड़ 86 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। 

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अब तक पशुपालकों ने बेचा 237.28 करोड़ रुपए का गोबर

गोधन न्याय योजना की शुरुआत से लेकर अब तक ग्रामीण-पशुपालकों ने 237.28 करोड़ रुपए का गोबर बेचा है। वहीं गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 538 करोड़ 89 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। जिसमें स्व- सहायता समूहों एवं गौठान समितियों को 223.60 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्वावलंबी गौठान समिति के अध्यक्षों और सदस्यों को मिलाकर समिति के कुल 21 हजार 360 सदस्यों की मानदेय की 1.13 करोड़ रुपए की राशि जारी की। स्वावलंबी गौठान समिति के अध्यक्ष को 750 रुपए और अशासकीय सदस्यों को 500 रुपए का मानदेय दिया जा रहा है।

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