गाय एवं भैंस वंशीय पशुओं का टीकाकरण
ग्रीष्म ऋतू समाप्त होने को है इसके बाद देश में बारिश का मौसम शुरू हो जायेगा | बारिश के मौसम में बहुत सी संक्रमित बीमारी फैलने का डर रहता है खासकर पहुओं में | गौ–भैंस वंशीय पशुओं में फूट एंड माउथ और ब्रुसेला डिसीज बीमारी होने कि संभावना रहती है | इसकी रोकथाम के लिए केंद्र सरकार के तरफ से टीकाकरण योजना की शुरुआत की गई है जिससे बीमारी शुरू होने से पहले ही रोका जा सकता है | यह टीकाकरण देश के अलग–अलग राज्यों में चलाया जा रहा है | इसके तहत देश के सभी गाय तथा भैंस वंशीय पशुओं को टीका लगाया जायेगा| मध्य प्रदेश सरकार बरसात शुरू होने से पहले टीकाकरण को शुरू करने जा रही है |
मध्य प्रदेश में 290 लाख गाय तथा भैंस वंशीय पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा | इस योजना के लिए भारत सरकार द्वारा 13 हजार 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है | यह टीकाकरण एक वर्षीय है तथा इसे दो चरणों में पूरा किया जायेगा | टीकाकरण कि तैयारी पहले से चल रही थी तथा इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 301 करोड़ 76 लाख की योजना प्रस्तुत कि गई है | इसमें प्रथम चरण के लिए 174.51 करोड़ एवं दिव्तीय चरण के लिए 127.26 करोड़ का प्रावधान रखा गया है |
योजना के तहत एक वर्ष में दो बार किया जायेगा टीकाकरण
एक वर्षीय इस योजना के अंतर्गत 6 माह के अंतराल में दो बार पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा | गत वर्ष प्रथम चरण के लिए 48 करोड़ 42 लाख का पुनर्वेधीकरण भारत सरकार द्वारा किया गया है | प्रथम चरण में मात्र गौवंश, भैंस वंशीय, बकरी भेद एवं सूकर का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा | इस योजना में सभी यूआईडी टैगिंग कि जा रही है |
70 लाख पशुओं कि हुई टेगिंग
मध्य प्रदेश में पूर्व से ही एक अन्य पशु संजीवनी योजना के तहत प्राप्त 90 लाख तेग में से 70 लाख टेग्स पशुओं को लगाये जा चुके हैं | भारत सरकार द्वारा प्रदेश की कुल 290 लाख गौ, भैंस – वंशीय पशुओं के 90 प्रतिशत पशुओं के लिए 262 लाख एफ. एम.डी. टीका – द्रव्य उपलब्ध करा दिया है |
Pasu palan karana chahata hu
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Main ek Kisan hu
जी सर क्या जानकारी चाहिए ?