पशुपालक किसानों को पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क टीकाकरण के साथ ही सरकारी पशु चिकित्सालयों से निःशुल्क दवाइयाँ भी उपलब्ध कराई जाती है ताकि पशु स्वस्थ्य रहे और पशुपालकों को किसी भी प्रकार की हानि ना हो। इस कड़ी में राजस्थान के पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरूवार को विधानसभा में कहा कि राज्य में संचालित पशु चिकित्सालयों व उप केन्द्रों में पशुपालकों को आवश्यक दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं। शेष दवाइयों के लिए टेण्डर प्रक्रिया में है। राज्य सरकार द्वारा दवाइयों की खरीद के लिए 60 करोड़ रूपये का बजट प्रावधान किया गया है।
इससे पहले विधायक रूपिन्द्र सिंह कुन्नर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में पशुपालन मंत्री ने बताया कि पशु चिकित्सा संस्थाओं द्वारा पशुपालकों के रोगी पशुओं के उपचार हेतु पशु चिकित्सा संस्थाओं की मांग एवं वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता अनुसार निःशुल्क औषधियां उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उपखंड पदमपुर एवं श्रीकरणपुर क्षेत्र की पशु चिकित्सा संस्थाओं में पशु चिकित्सा हेतु आपातकालीन औषधियां उपलब्ध हैं।
पशुपालकों को 137 दवाइयाँ निःशुल्क दी जा रही है
पशुपालन मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि कुल 137 दवाइयां निःशुल्क दवाइयों की सूची में शामिल हैं। चुनावों की आचार संहिता के चलते दवाइयों की उपलब्धता में कठिनाई के बावजूद पशु चिकित्सा हेतु आपातकालीन दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि उपखण्ड पदमपुर तथा उपखण्ड श्रीकरणपुर के प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालयों में पशुओं के स्वास्थ्य की जांच के लिये पशु रोग निदान प्रयोगशाला (लैब) स्वीकृत की गई है, जिन पर प्रयोगशाला के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पशु रोग निदान कार्य के लिए वर्तमान में जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर में एक जिला रोग निदान इकाई स्वीकृत एवं क्रियाशील है। वर्तमान में प्रत्येक पशु चिकित्सालय एवं पशु चिकित्सा उपकेन्द्र पर पशु रोग निदान प्रयोगशाला की आवश्यकता नहीं है।